Tuesday, April 29, 2025
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पब्लिक अगेंस्ट एडल्ट्रेशन वेलफेयर एसोसिएशन (पावा) मिलावट के खिलाफ लोगों में जागरूकता का सन्देश

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सिटीन्यूज़ नॉउ

चंडीगढ़ : पब्लिक अगेंस्ट एडल्ट्रेशन वेलफेयर एसोसिएशन के मुख्य संरक्षक जस्टिस ज़ोरा सिंह, महासचिव सुरजीत सिंह भटोआ ने आज चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि खाने-पीने की चीजों में मिलावट एक खामोश महामारी है। खाने-पीने की चीजों में मिलावट से हर कोई प्रभावित होता है।

अजन्मे शिशुओं से लेकर बुजुर्गों तक – चाहे उनकी स्थिति कुछ भी हो। फल, सब्जियां, दूध, दही, पनीर, मिठाइयां, शहद, चीनी, आटा, चाय, दालें आदि में संदूषण आम बात है। अस्पताल कैंसर सहित गंभीर बीमारियों के रोगियों से भरे पड़े हैं। इसके बावजूद, एफएसएसएआई (भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण) में कर्मचारियों की कमी है तथा संसाधन भी कम हैं, जिससे संकट का प्रभावी ढंग से समाधान करने में इसकी क्षमता सीमित हो गई है।

जस्टिस ज़ोरा सिंह ने आगे कहा कि देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त है और बहुत से लोग इससे पीड़ित हैं। यहां तक ​​कि मिलावटखोर भी इन भयंकर बीमारियों से अछूते नहीं हैं, फिर भी वे मिलावट करना जारी रखते हैं। यहां तक ​​कि दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही और पनीर भी नकली पाए जाते हैं। फलों आदि को पकाने के लिए जहरीले रसायनों का उपयोग किया जा रहा है तथा अनाज की पैदावार बढ़ाने के लिए जहरीले कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है।

जस्टिस ज़ोरा सिंह ने आगे कहा कि कुछ दवाइयां भी नकली बनाई जा रही हैं। त्योहारी सीजन में भी संबंधित विभागों में स्टाफ की कमी और नमूना जांच प्रयोगशालाओं की कमी भी मिलावटखोरी में लगातार हो रही वृद्धि का प्रमुख कारण है।सुरजीत सिंह भटोआ ने कहा कि हमने पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है और पंजीकृत आंदोलन चलाया है। पंजाब में 12 जिला स्तरीय चुनाव हैं।चंडीगढ़ में एक और हरियाणा में दो इकाइयां क्षेत्रीय स्तर पर काम कर रही हैं।

जस्टिस ज़ोरा सिंह ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ एक राष्ट्रीय अभियान शुरू करने का अनुरोध किया है, जिससे इसके अधिक खतरनाक और दूरगामी परिणामों पर प्रकाश डाला जा सके। सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए कहा गया है कि जब तक केंद्र और राज्य इसे राष्ट्रीय आपातकाल घोषित नहीं करते, तब तक केवल जन जागरूकता से कोई फायदा नहीं होगा।

हम यह भी प्रस्ताव करते हैं कि माननीय प्रधानमंत्री को सभी एजेंसियों को संगठित करने के लिए इस मुद्दे को उठाना चाहिए। सरकार को साइबर अपराध और मोटापे के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाने के लिए धन मुहैया कराना चाहिए। खाद्य पदार्थों में मिलावट, साइबर अपराध या मोटापे से भी बड़ा सार्वजनिक खतरा है। यह तत्काल राष्ट्रीय कार्रवाई का समय है।

सनातन सेवा संगठन, जुझारनगर ने पहलगाम में आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को दी श्रद्धांजलि

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सिटीन्यूज़ नॉउ

मोहाली/चण्डीगढ़ : पहलगाम में आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को सनातन सेवा संगठन, जुझारनगर, सेक्टर 122, मोहाली की ओर से श्रद्धांजलि दी गई व आक्रोश रैली निकाली गई जिसमें भारी संख्या में ग्रामवासियों शामिल हो कर जिम्मेवार नागरिक होने का परिचय दिया तथा शोक संतप्त परिवारों के प्रति सहानुभूति प्रकट की गई तथा मृतकों की आत्मा की शांति के लिए मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई।

इस मौके पर आम लोगों में गुस्सा व नाराजगी साफ नजर आई। श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए संस्था के अध्यक्ष रमेश शर्मा ने कहा कि वे सब इस घटना से बेहद आक्रोशित हैं। यह घटना बहुत दुःखद व अक्षम्य है। इस कायराना हरकत की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। पटरी पर लौट रहे कश्मीर को डिस्टर्ब करने की यह नाकामयाब कोशिश है। उन्होंने कहा कि हमले में जान गंवाने वालों के परिवारजनों का दर्द हर देशवासी का सांझा है।

उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस कायराना हमले का माकूल और सख्त से सख्त जबाब दे और इस घटना में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा न जाए।इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।

लिवासा अस्पताल में डॉ. (प्रो.) राकेश सूदन का मुख्य कार्डियक सर्जरी प्रमुख के रूप में स्वागत- सेहत पर किए महत्वपूर्ण विचार

सिटीन्यूज़ नॉउ

अमृतसर : लिवासा अस्पताल, अमृतसर ने “हृदय विज्ञान में प्रगति: डॉ. राकेश सूदन का स्वागत” विषय पर सफलतापूर्वक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस अवसर पर डॉ. (प्रो.) राकेश सूदन का लिवासा अस्पताल, अमृतसर में मुख्य कार्डियक सर्जरी प्रमुख के रूप में स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में डॉ. सूदन की विशेषज्ञता, दिल की सेहत से जुड़े महत्वपूर्ण विचारों और लिवासा अस्पताल अमृतसर में हृदय रोग विज्ञान में हो रहे नवीनतम विकासों पर चर्चा हुई। इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय मीडिया और प्रमुख स्वास्थ्य पेशेवरों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो इस क्षेत्र में अगली पीढ़ी की चिकित्सा प्रगति में बढ़ती रुचि को दर्शाता है।डॉ. (प्रो.) राकेश सूदन एक अत्यंत सम्मानित कार्डियक सर्जन हैं, जिन्हें 34 वर्षों से अधिक का अनुभव प्राप्त है।

उन्होंने अपनी एमबीबीएस और एमएस की पढ़ाई गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, जम्मू से तथा एमसीएच (सीटीवीएस) मद्रास मेडिकल यूनिवर्सिटी से पूरी की। डॉ. सूदन ने सीएमसी वेल्लोर और एनआईएमएस हैदराबाद जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में फैकल्टी के रूप में भी सेवाएं दी हैं। उन्होंने अब तक 10,000 से अधिक सीवीटीएस प्रक्रियाएं सफलतापूर्वक संपन्न की हैं, और जटिल हृदय सर्जरी में विशेषज्ञता हासिल की है।

इसी दिशा में, हम डॉ. राकेश सूदन का अपनी टीम में स्वागत करते हुए अत्यंत गर्व महसूस कर रहे हैं। उनकी गहन विशेषज्ञता और असाधारण कौशल हमारे हृदय रोग देखभाल के स्तर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। हमारा लक्ष्य उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं को क्षेत्र के हर नागरिक तक पहुँचाना है, और डॉ. सूदन के नेतृत्व में हम इस लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेंगे।”डॉ. (प्रो.) राकेश सूदन, मुख्य कार्डियक सर्जरी प्रमुख, लिवासा अस्पताल अमृतसर ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “लिवासा अस्पताल अमृतसर में मुख्य कार्डियक सर्जरी प्रमुख के रूप में शामिल होकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।

मेरा संकल्प है कि मैं उच्चतम गुणवत्ता वाली सर्जिकल देखभाल प्रदान करूं और कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों को अपनाते हुए कार्य करूं। मैं विश्वास करता हूं कि हमारी समर्पित टीम और मरीज-केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से हम इस क्षेत्र में दिल की सेहत के परिणामों को बेहतर बना सकते हैं। हम मिलकर अपने मरीजों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए लगातार प्रयासरत रहेंगे।”

महाराजा अग्रसेन सेवा संगठन ने लगाया विशाल रक्तदान शिविर- 315 रक्तदाताओं ने किया रक्तदान

सिटीन्यूज़ नॉउ

चंडीगढ़। रक्त के अभाव में प्रति वर्ष ना जाने कितने असंख्य लोग मौत के आगोश में समा जाते हैं। रक्त का कोई विकल्प न होने के कारण इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। जनकल्याण उद्देश्य हेतु महाराजा अग्रसेन सेवा संगठन की तरफ से बारहवां (12 th ) विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन करवाया गया। रक्तदान शिविर के दौरान करीब 315 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया।

यह जानकारी महाराजा अग्रसेन सेवा संगठन के चेयरमैन सतबीर गर्ग ने दी। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर केंद्रीय पूर्व मंत्री पवन कुमार बंसल एवं अमृता दीदी बतौर मुख्य अतिथि एवं डी एस पी विजय पाल सिंह, एस एच ओ दीपेंद्र , मनीष बंसल बतौर विशेष अतिथि उपस्थित हुए। रक्तदान शिविर का आयोजन मनीमाजरा स्थित श्री विश्वकर्मा मंदिर में किया गया। संगठन के चेयरमैन सतबीर गर्ग ने बताया कि संगठन पिछले करीब 12 वर्षों से रक्तदान शिविरों को आयोजन करता आ रहा है।

इसके अलावा संगठन की तरफ से समय-समय पर जरूरतमंदों के लिए भंडारों का आयोजन, गरीब कन्याओं का विवाह, के साथ-साथ अनेक को धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाते रहते हैं ताकि समाज में समानता एवं एवं युवाओं में धार्मिक प्रवृत्ति का संचार बढ़ता रहे। सतवीर गर्ग ने कहा कि वे हमेशा श्री महाराजा अग्रसेन जी द्वारा दर्शाए गए मार्ग पर चलने का प्रयास करते हैं, उनकी प्रेरणा स्रोत एवं अपने सहयोगियों के सहयोग के कारण ही वे सामाजिक एवं धार्मिक कार्य करने में सक्षम रहते हैं।

इस मौके पर प्रधान नेम चंद गुप्ता, पूर्व मेयर गुरचरण दास काला,चंडीगढ़ व्यापार मंडल के प्रधान संजीव चड्ढा, एवं वरिंद्र बंसल, उमेश सूद, मुकेश बंसल, कालका से विजय बंसल, थाना प्रभारी सेक्टर 26 चंडीगढ़ देवेंद्र , राजेंद्र गर्ग, प्रदीप बागरा, नितिन ,धर्मपाल, सत्यनारायण बंसल, राज मित्तल,दीप चंद गोयल, सुभाष जैन, श्यामलाल (मोड़), सुशील अग्रवाल,बृज मोहन गुप्ता,श्रीनिवास कासल,दयाल शरण,संजय गर्ग,वीरेंद्र बंसल,विशाल गुप्ता ,हरिंद्र,देवेन्द्र,बालकृष्ण,प्रवीण मित्तल,तिलक, देवराज,सुशील गर्ग,गौरव गर्ग,सुशील अग्रवाल, मलकीत सिंह सहित अन्य सदस्यों मौजूद रहे।

सिनेमा का उत्सव: नए नज़रिए और प्रेरणा से भरपूर साबित हुआ चंडीगढ़ म्यूजिक एंड फिल्म फेस्टिवल का दूसरा दिन

सिटीन्यूज़ नॉउ

चंडीगढ़, 28 अप्रैल: – पांचवें चंडीगढ़ म्यूजिक एंड फिल्म फेस्टिवल का दूसरा दिन सिनेमैटिक आर्ट के जोशीले उत्सव के रूप में नज़र आया।पूरा दिन विचारोत्तेजक सत्रों, आकर्षक पैनल चर्चाओं और प्रभावशाली फिल्म स्क्रीनिंग्स के नाम रहा। भारतीय फिल्म और संगीत उद्योग की जानी-मानी हस्तियों ने मंच पर आकर अपने अनुभव, प्रेरणाएं और सोच को साझा किया।

फेस्टिवल के दूसरे दिन बड़ी संख्या में सिनेमा प्रेमियों ने इस सभी कार्यक्रमों का आनंद लिया। प्रसिद्ध अभिनेता श्री अनंग देसाई, श्री अली असगर, सुश्री प्रीति सप्रू, श्री दिव्येंदु भट्टाचार्य और निर्देशक श्री राहुल रवैल ने टॉक शोज़ के दौरान दर्शकों का दिल जीत लिया। सबने अपनी रचनात्मक यात्रा तथा भारतीय सिनेमा के बदलते परिदृश्य पर बहुमूल्य विचार प्रस्तुत किए।

इस वर्ष जो ऊर्जा और जुनून हमने देखा है, वह यह साबित करता है कि सिनेमा के भविष्य को आकार देने में सीएमएफएफ जैसे मंचों की भूमिका निरंतर बढ़ रही है।”दूसरे दिन फिल्मों के साथ साथ लघु फिल्मों का प्रदर्शन भी हुआ। इन फिल्मों के कारण माहौल और भी अधिक ज्ञानवर्धक और सरस बना गया। रविंदर बराड़ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘छलेड़ा’ का प्रदर्शन एक विशेष आकर्षण था। इस फिल्म की कहानी की गहराई और विजुअल पेशकश पर लेकर खूब चर्चा हुई।

पैनल चर्चाओं में भारतीय फिल्म उद्योग के भविष्य और फिल्म निर्माताओं के समक्ष बढ़ती चुनौतियों को लेकर चर्चा हुई। साथ ही सांस्कृतिक तथा सामाजिक सेतु बनाने में कहानी की महत्वपूर्ण भूमिका जैसे विषयों पर भी गहन विमर्श हुआ।अपने जीवंत कार्यक्रम और उत्साही माहौल के साथ सीएमएफएफ के दूसरे दिन ने उत्सव के आगामी दिनों के लिए एक उच्च मानक स्थापित कर दिए हैं।

जम्प रोप स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ चंडीगढ़ ने आयोजित की तीसरी स्टेट जम्प रोप चैंपियन शिप ट्राईसिटी क्षेत्र मे -100 विद्यार्थियों ने चैंपियनशिप में उत्साह पूर्वक भाग लिया

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सिटीन्यूज़ नॉउ

चंडीगढ़, 27 अप्रैल 2025: जम्प रोप स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ चंडीगढ़ द्वारा सेक्टर 41 स्थित आँचल पब्लिक स्कूल में तीसरी स्टेट जम्प रोप चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में ट्राईसिटी क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के लगभग 100 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने शानदार कौशल का प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में 50 बॉल क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ चंडीगढ़ के प्रेजिडेंट कमल त्यागी ने विशेष रूप से शिरकत की और विजेताओं को मेडल पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में एसोसिएशन की जनरल सेक्रेटरी बीमलप्रीत कौर, कैशियर गुरिंदर सिंह, तथा सदस्य प्रदीप डोगरा, आशीष, युवराज शर्मा समेत अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

चैंपियनशिप की जानकारी देते हुए एसोसिएशन की महासचिव बीमलप्रीत कौर ने बताया कि इस प्रतियोगिता में सब जूनियर, जूनियर और सीनियर कैटेगरी के लड़कों और लड़कियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। उन्होंने आगे बताया कि विजेता खिलाड़ियों को गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल से सम्मानित किया गया और एसोसिएशन भविष्य में इस प्रतियोगिता को और बड़े स्तर पर आयोजित करने की योजना बना रही है।

सब जूनियर गर्ल्स कैटेगरी में श्री गुरु गोबिंद सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 35 की सीरत ने गोल्ड मेडल, स्मार्ट वंडर स्कूल, मोहाली की नियामतप्रीत कौर ने सिल्वर मेडल और द नॉलेज बस ग्लोबल स्कूल की रिधमन कौर अटवाल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। वहीं सब जूनियर बॉयज वर्ग में देव समाज स्कूल, सेक्टर 21 के अनुराग कुमार ने गोल्ड, केबी डीएवी स्कूल, सेक्टर 7 के मिहिर सिंह ने सिल्वर और नॉलेज बस ग्लोबल स्कूल के टमिन्दर सिंह अटवाल ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

जूनियर कैटेगरी में टेंडर हार्ट स्कूल के अथर्व त्यागी ने बॉयज वर्ग में गोल्ड मेडल, शिवालिक स्कूल के नैतिक कुमार ने सिल्वर मेडल और आंचल इंटरनेशनल स्कूल के आयुष ने ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त किया। गर्ल्स वर्ग में आंचल इंटरनेशनल स्कूल की स्मिथ ने गोल्ड, शिवालिक पब्लिक स्कूल की सुवरीन कौर ने सिल्वर और आंचल इंटरनेशनल स्कूल की अवनी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।

सीनियर कैटेगरी में भागो माजरा कॉलेज के वीरेंद्र प्रताप ने बॉयज वर्ग में गोल्ड मेडल, मनीमाजरा के मोहम्मद इरशाद खान ने सिल्वर मेडल और आंचल इंटरनेशनल स्कूल के सूरज कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। सीनियर गर्ल्स कैटेगरी में भागो माजरा कॉलेज की तमन्ना ने गोल्ड मेडल, खालसा कॉलेज, सेक्टर 26 की खुशी ने सिल्वर मेडल और खालसा कॉलेज की मुस्कान ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

पांचवें चंडीगढ़ म्यूजिक एंड फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ

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सिटीन्यूज़ नॉउ

चंडीगढ़, 27 अप्रैल 2025:- पांचवें चंडीगढ़ म्यूजिक एंड फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ सेक्टर-35 ए, चंडीगढ़ के म्यूनिसिपल भवन में भव्य उद्घाटन के साथ हुआ। बड़ी संख्या में सिनेमा प्रेमियों, छात्रों और उभरते फिल्म निर्माताओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

इस अवसर पर फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गजों और प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं जैसे राहुल रवैल, निर्मल ऋषि, अली असगर, प्रीति सप्रू इनामुल हक, मुश्ताक खान, दिव्येंदु भट्टाचार्य, मनीष वधवा, अनंग देसाई, सुनीता धी़र, रुपिंदर रूपी, करमजीत अनमोल, सीमा कौशल, मलक़ीत पौनी, विजय पाटकर और राजेश शर्मा ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।फेस्टिवल के पहले दिन विभिन्न प्रकार की फीचर फिल्मों और शॉर्ट फिल्म्स का प्रदर्शन किया गया।

दर्शकों को प्रमुख फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं, निर्देशकों और निर्माताओं के साथ चर्चा करने का एक अनूठा अनुभव प्राप्त हुआ। इन चर्चाओं ने सिनेमा उद्योग में उभरते रुझानों और फिल्म निर्माण तकनीकों पर महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। फिल्म फेस्टिवल के निदेशक राजेश शर्मा ने कहा, “यह फेस्टिवल केवल सिनेमा का उत्सव नहीं है, बल्कि एक ऐसा मंच है जहां देश भर की कहानियां, आवाजें और रचनात्मक दृष्टिकोण एक साथ आते हैं। अनुभवी और उभरती प्रतिभाओं की इतनी जबरदस्त भागीदारी देखना वाकई उत्साहजनक है।

फेस्टिवल 28 और 29 अप्रैल, 2024 को चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में जारी रहेगा। इस दौरान अतिरिक्त स्क्रीनिंग और फिल्म उद्योग के पेशेवरों के साथ इंटरैक्टिव सेशन्स आयोजित किए जाएंगे। फेस्टिवल के उद्घाटन दिवस पर प्रदर्शित कुछ शॉर्ट फिल्मों में निम्नलिखित शामिल थीं : “एड्रेस” (निर्देशक: अनमोल ठिंद), “आभास” (निर्देशक: सचिन राहेला),”टिकट” (निर्देशक: सर्व सिंह), “ट्रेंड” (निर्देशक: अजय सहोता), “आशिकी ऑन लूप” (निर्देशक: विकी भारद्वाज), “मंडवी का मलाम” (निर्देशक: नकुल जैन), “अंग्रेजी वाली मैडम” (निर्देशक: फतेह), “ग्लिच” (निर्देशक: नव सिद्धू), “मतलब” (निर्देशक: गग्गी सिंह), “चिट्टा वर्सेज मैप्पे” (निर्देशक: सिमिप्रीत कौर), “होला मोहल्ला – द सिख फेस्टिवल” (निर्देशक: गुरसिमरन सिंह), “मुनाफ़ा” (निर्देशक: सपिंदर सिंह शेरगिल), “किरदार” (निर्देशक: जशन सिंह अनेजा), “सिरफ – टू द कल्मिनेशन ऑफ थिंग्स” (निर्देशक: बलप्रीत कौर), “कच्ची उम्र” (निर्देशक: अभिलाषा प्रजापति), “मैं या भगत” (निर्देशक: निशा लूथरा)।

चंडीगढ़ म्यूजिक एंड फिल्म फेस्टिवल सिनेमा की जीवंत दुनिया का उत्सव मनाता रहेगा और आने वाले दिनों में और भी रोमांचक स्क्रीनिंग और आकर्षक संवादों का यह वादा करता है।

डिज्नीलैंड कार्निवाल शुभारंभ से पूर्व पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए लोगों को दी भावभीनी श्रद्धांजलि

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सिटीन्यूज़ नॉउ

चंडीगढ़। हाल ही मे पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए डिज्नीलैंड कार्निवाल के आयोजकों ने कार्निवाल के शुभारंभ से पूर्व श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर जान गंवाने वाले लोगों को 2 मिनट का मौन रखकर और कैंडल जलाकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

आयोजक बिपन जिंदल ने कहा कि पहलगाम हमला अत्यंत निन्दनीय व हृदयविदारक घटना और मानवता के खिलाफ एक घृणित कृत्य हैं। उन्होने इस दु:ख की घड़ी में मृतको के परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यकत की। उन्होंने आतंकवादियों एवं उनको पनाह देने वालों को सख्त सजा देने हेतू सरकार से अपील की।

सुरेश कपिला ने कहा कि आतंकवादियों का कोई दीन इमाम, ना जाति और न ही धर्म होता है। उन्होंने ने इस अमानवीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की। सिटीन्यूज़ नॉउ से बात करते हुए संचालक बिपन जिंदल ने बताया कि डिज्नीलैंड कार्निवल मे लोगों के मनोरंजन व मस्ती हेतू हर संभव प्रयास किए गए हैं।

उन्होने पंजाबी, साउथ इंडियन और अलग-अलग व्यंजनों के अलावा ड्रैगन व्हील, कोलंबस, ब्रेक डांस, मिककी माउस, ड्रैगन ट्रैन, जायंट व्हील, स्कारी हाउस और मेरी गो राउंड का लुत्फ उठाने के लिए लोगों से अपील की है। बता दें कि कार्निवल मे रेडीमेड कपड़े, टेराकोटा मूर्तियां, राजस्थानी प्योर गचक, वुडन डिज़ाइनर फर्नीचर, पानीपत हैंडलूम, बदोई कारपेट, कश्मीरी गर्म वस्त्र, और मैग्नेटिक अक्यूप्रेशर मशीन, किताबें आदि उपलब्ध हैं।

अन्य आयोजक रिंकू ने बताया कि कार्निवाल में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए है। शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक चलने वाने कार्निवाल में प्रवेश शुल्क मात्र ₹50 रखा गया है।

पहलगाम में हुए शहीदों के परिवारों के लिए चंडीगढ़ में विशेष पहल शुरू संगठन ने प्रभावित परिवारों के बच्चों की मुफ्त शिक्षा के लिए फंडरेजिंग अभियान शुरू

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चंडीगढ़, 26 अप्रैल – पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दुखद घटना की प्रतिक्रिया स्वरूप, केंद्रीय मानवाधिकारक्राइम और करप्शन के खिलाफ नामक संगठन ने आज चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक करुणामयी पहल की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य मृतकों और अन्य प्रभावित परिवारों के बच्चों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।इस पहल का मूल उद्देश्य उन बच्चों को सम्पूर्ण और अच्छी शिक्षा सुनिश्चित करना है जिन्होंने आतंकवाद या देश-विरोधी हिंसा में अपने प्रियजनों को खोया है।

इस अवसर पर संगठन ने तीन मुख्य अपीलें की. – सरकार से अपील:संगठन ने केंद्र और राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वे इस पहल को नीतिगत समर्थन दें और इन परिवारों के पुनर्वास व शिक्षा के लिए विशेष योजनाएं बनाएं, स्कूलों से अपील:सभी निजी और सरकारी स्कूलों से अनुरोध किया गया कि वे ऐसे बच्चों के लिए सीटें आरक्षित करें और उनकी पूरी ट्यूशन फीस तथा शिक्षा से जुड़ी अन्य सभी फीस को माफ करें, कॉरपोरेट्स से अपील:सभी कॉरपोरेट संस्थाओं और CSR (कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) निकायों से अपील की गई कि वे इस नेक कार्य के लिए आर्थिक रूप से आगे आएं और सहयोग करें।संगठन ने सवाल उठाया:”क्या 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि से कोई परिवार लंबे समय तक शिक्षा, भोजन और मूलभूत जरूरतें पूरी कर सकता है?

अंततः किसी को उनका हाथ थामना होगा। जब तक हम सभी मिलकर आगे नहीं आएंगे, तब तक सच्चा बदलाव संभव नहीं होगा।”यह पहल केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है—यह उन परिवारों के लिए आशा और गरिमा बहाल करने का एक प्रयास है, जिन्होंने राष्ट्र के लिए सबसे बड़ी कुर्बानी दी है।हेल्पलाइन नंबर 9915123251

नई किताब ने भारत की शीर्ष ऑडिट इंस्टिट्यूशन पर डाला प्रकाश

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सिटीन्यूज़ नॉउ

चंडीगढ़, 25 अप्रैल 2025: एक विचारोत्तेजक नई पुस्तक भारत के कंपट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया (कैग) की पारदर्शिता, सुशासन और लोकतांत्रिक जवाबदेही में महत्वपूर्ण भूमिका का गहराई से और संतुलित विश्लेषण प्रस्तुत करती है।अनुभवी सिविल सर्वेंट और ऑडिट विशेषज्ञ पी. सेश कुमार द्वारा लिखी गई यह किताब कैग के भारत और विदेशों में असर को सरल और विस्तार से समझाती है। इसमें बताया गया है कि कैग ने कैसे पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूत किया, और सरकार के कामकाज में सुधार लाने में मदद की।

किताब में कोयला ब्लॉक आवंटन और 2जी स्पेक्ट्रम जैसे मामलों की ऑडिट का ज़िक्र है, जिनसे बड़े बदलाव हुए और कैग के काम पर लोगों का ध्यान गया। यह किताब वाइट फाल्कन पब्लिशिंग द्वारा प्रकाशित की गई है।इस किताब की खास बात यह है कि यह कैग की गम्भीरताओ को भी ईमानदारी से सामने लाती है। इसमें उन कमियों की चर्चा की गई है, जहाँ सुधार की ज़रूरत है—जैसे आत्मविश्लेषण की कमी, प्रभावहीन समकक्ष समीक्षाएं और वाउचर लेवल कम्प्यूटराइजेशन व “वन आईएएडी वन ऑडिट” जैसी पहलों की खामियाँ।

लेखक ने कैग को एक बहु-सदस्यीय संस्था बनाया जाए, जिसमें सशक्त आंतरिक नियंत्रण, पारदर्शी निगरानी तंत्र और जवाबदेही तथा विकासात्मक आवश्यकताओं के बीच संतुलन स्थापित करने का सुझाव दिया है। लेखक ने कहा, “कैग भारतीय लोकतंत्र की एक आधारशिला है, लेकिन प्रत्येक संस्था की तरह इसका भी समय के साथ विकास होना आवश्यक है। यह पुस्तक न केवल इसकी भूमिका को स्पष्ट करती है, बल्कि जन संवाद को प्रोत्साहित करती है और भविष्य के लिए रचनात्मक सुझाव भी प्रस्तुत करती है।लेखक के बारे मेंपी. सेश कुमार वर्ष 1982 में भारतीय लेखा एवं लेखा परीक्षा सेवा (IA&AS) में शामिल हुए। उन्हें ऑडिट, लोक प्रशासन और नीतिनिर्माण में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने परमाणु ऊर्जा विभाग और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय में कार्य किया और प्रत्यक्ष कर, ऊर्जा, वित्त और सार्वजनिक उपक्रम जैसे महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों के ऑडिट में प्रमुख भूमिका निभाई।

सेवा निवृत्ति के बाद, उन्होंने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित निगरानी समिति के सचिव जैसे अहम दायित्व भी निभाए। वर्तमान में वे अंशकालिक रूप से कॉरपोरेट गवर्नेंस और सार्वजनिक नीति के मुद्दों पर सलाह देते हैं और साथ ही समाजसेवी संगठनों को भी सहयोग प्रदान करते हैं।यह पुस्तक नीति-निर्माताओं, शोधकर्ताओं, सिविल सर्वेंट्स और भारत में सार्वजनिक जवाबदेही तथा सुशासन के भविष्य में रुचि रखने वाले सभी लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी एवं पठनीय है।