Saturday, October 18, 2025
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अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस ‘कॉस्गाइनी-25’ का राज्यपाल ने किया श्रीगणेश- प्रसिद्ध रोबोटिक सर्जन डॉ. प्रीति जिंदल

रोबोटिक गाइनोकोलॉजी सर्जरी सटीक है और इससे मरीज़ों को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है

सिटीन्यूज़ नॉउ, चण्डीगढ़। पंजाब के राज्यपाल ने गाइनोकोलॉजी, कॉस्मेटिक गाइनोकोलॉजी और महिलाओं के स्वास्थ्य संबधी रोबोटिक्स एडवांसमेंट्स पर केंद्रित दो दिवसीय इंटरनेशनल इंटरडिस्प्लनरी कॉन्फ्रेंस कॉस्गाइनी-25 का श्रीगणेश किया। इंडियन सोसाइटी ऑफ एस्थेटिक एंड रिकंस्ट्रक्टिव गायनोकोलॉजी और ट्राइसिटी स्थित द टच क्लिनिक द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में भारत और विदेशों के प्रमुख विशेषज्ञों सहित 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

कॉस्गाइनी 25 की ऑर्गेनाइजिंग चेयरपर्सन डॉ. प्रीति जिंदल ने स्ट्रेस यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस (एसयूआई) और रजोनिवृत्ति से संबंधित जेनिटुअरनरी सिंड्रोम ऑफ मेनोपॉज (जीएसएम) के प्रबंधन पर अहम जानकारी सांझा की। इस अवसर पर इंटरनेशनल एक्सपर्ट डॉ. अयमान अल अत्तर (अमेरिका), डॉ. फातिमा अल हाजेरिफ (दुबई) और डॉ. हिशाम अरब (सऊदी अरब) ने शिरकत की।

सिटीन्यूज़ नॉउ से बात करते हुए डॉ. प्रीति ने बताया कि रोबोटिक गाइनोकोलॉजी सर्जरी ने अपनी सटीकता साबित कर दी है और इस तरह की सर्जरी करवाने वाले मरीज़ों के स्वास्थ्य में तेज़ी से रिकवरी हुई है। उन्होंने कॉस्मेटिक स्त्री रोग और एंटी-एजिंग उपचारों की बढ़ती मांग पर भी अपना दृष्टिकोण साझा किया और सुरक्षा, नैतिकता और मरीज़ों की बेहतरी पर ज़ोर दिया।

साइंटिफिक सेशंस भी दुनिया भर में गाइनोकोलॉजी में अपनाई जा रही नवीनतम और बेस्ट प्रेक्टिसिज पर बात की गई। ‘वेजाइनल रीजुवीनेशन रीइमेजिन्ड- एविडेंस बेस्ड रीजेनरेटिव थेरेपीज एंड एस्थेटिक एप्लीकेशंस; रोल ऑफ एनर्जी बेस्ड डिवाइसिज एंड फिलर्स; ‘बोटोक्स इन गाइनोकोलॉजी और प्लेटलेट रिच प्लाज़्मा (पीआरपी) थेरेपी’; ‘हाई-इंटेंसिटी फोक्स्ड अल्ट्रासाउंड (एचआईएफयू) फॉर वेजाइनल रीजुवीनेशन’; और हेयर लॉस मैनेजमेंट, लेजऱ थेरेपीज़ और कैंसर का शीघ्र पता लगाने की तकनीकों पर चर्चा हुई।

डॉ. अयमान अल अत्तर ने आर्गेजमिक डिसफंक्शन के लिए रिडंडट क्लिटोरल हुड के सर्जीकल मैनेजमेंट पर बात की; डॉ. फातिमा अल हाजेरिफ ने इनफर्टिलिटी में लेप्रोस्कोपी पर चर्चा की, और डॉ. हिशाम अरब ने पीसीओएस में पूरी न की जा सकीं एस्थेटिक्स संबंधी आवश्यकताओं पर चर्चा की।

पहले दिन(वीरवार) को यौन और रीप्रोडक्टिव हेल्थ, इनफर्टिलिटी, फर्टिलिटी प्रिजर्वेश और महिला स्वास्थ्य में उभरती हुई नई टेक्नोलॉजीज पर भी चर्चा हुई। जबकि दूसरे दिन एंटी-एजिंग और रीजेनरेटिव थेरेपीज पर विशेष ध्यान दिया गया।

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