सिटीन्यूज़ नॉउ/सहगल सुशील/सिंह परमदीप
मोहाली: 01.03.2025:- हाइपरबारिक ऑक्सीजन थेरेपी (एचबीओटी) सूजन को कम करने, रक्त प्रवाह में सुधार करने और क्षतिग्रस्त क्षेत्र में नई रक्त वाहिकाओं के विकास को बढ़ावा देने में सहायक है। हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी के जरिए एक विशेष कक्ष के अंदर 100 प्रतिशत ऑक्सीजन की आपूर्ति करके घावों और अन्य चिकित्सा स्थितियों द्वारा ईलाज किया जाता है।
आजकल अधिकतर लोग बीपी एवं शूगर जैसे रोगों से जूझ रहे हैं। एलोपैथिक दवाओं के सेवन से तो कई साइड इफेक्ट्स देखे जा सकते है मगर अब इन समस्याओं समाधान के लिए डॉ प्रवेश कादियान ने ग्लोबल हाइपरबारिक मेडिकल सेंटर मे हाइपरबारिक ऑक्सीजन थेरेपी (एचबीओटी) की मशीन लगाई है जो सौ प्रतिशत शुद्ध ऑक्सीजन से लाईलाज बीमारियों को ठीक करने में सक्षम है।
डॉ प्रवेश कादियान ने सिटीन्यूज़ नॉउ से जानकारी सांझी करते हुए बताया कि रोगी को एचबीओटी चेम्बर में बिठाकर सांस लेने के लिए 100 फीसदी शुद्ध ऑक्सीजन समुद्र तल से अधिक दाब 1 अब्सोल्यूट एट्मोस्फियर (एटीए) पर उपलब्ध कराई जाती है। शुद्ध ऑक्सीजन खून में मिलकर शरीर की हर कोशिका तक पहुंचती है जिससे क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मुरम्मत होती है व रोगी व्यक्ति स्वस्थ होने लगता है।
उन्होंने बताया कि बीपी, शूगर व इरेक्टाइल डिस्फंगक्शनल से लेकर कैंसर एवं ऑटिज्म की बीमारियों तक का इलाज भी इस थेरेपी से संभव हैं।
डॉ प्रवेश कादियान ने बताया कि इलाज शुरू करने से पूर्व रोगी के सभी टेस्ट आदि करवाकर केस हिस्ट्री देख कर ही इलाज शुरू किया जाता है। इलाज के लिए मरीज को एक बार में लगभग एक घंटे के लिए मशीन के चैंबर में बैठाकर बीमारी के हिसाब से 100 फीसदी शुद्ध ऑक्सीजन की डोज़ दी जाती है।
ज्ञात रहे कि डॉ कादियान ने बाकायदा इंग्लैंड से हाइपरबारिक फिजिशियन का कोर्स किया व प्रशिक्षण लिया एवं डिग्री हासिल की। मध्यमवर्ग को ध्यान में रखते हुए एक डोज़ की कीमत 4 से 7 हजार रुपए तक रखी गई है।