रंजिश, छल और नियति की कथा ने बांधा दर्शकों को
सिटीन्यूज़ नॉउ
पंचकुला : अरावली इंटरनेशनल स्कूल द्वारा आयोजित भव्य नाट्य प्रस्तुति ‘महाभारत’ के दूसरे दिन विद्यालय के एम्फीथिएटर, डीएलएफ वैली, पंचकूला में कला, भावनाओं और अभिनय का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस मंचन ने महत्वाकांक्षा, प्रतिद्वंद्विता और नैतिकता जैसे शाश्वत विषयों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत कर दर्शकों को आरंभ से अंत तक बांधे रखा।
‘रंजिश और छल’ शीर्षक वाले दूसरे दिन के मंचन में पांडवों और कौरवों के बीच बढ़ते संघर्षों को जीवंत रूप में दिखाया गया। इसमें सुदर्शन चक्र की उत्पत्ति, दुर्योधन की साजिशें, लाक्षागृह की घटना, पांडवों का वनवास, घटोत्कच का जन्म और द्रौपदी द्वारा दुर्योधन का उपहास जैसे प्रसंगों को गहराई और सशक्त अभिनय के साथ प्रस्तुत किया गया। यह कार्यक्रम विद्यालय की समग्र शिक्षा की भावना को दर्शाता है, जहाँ कला और संस्कृति के माध्यम से जीवन मूल्यों की शिक्षा दी जाती है।
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती गुरविंदर सोही ने छात्रों, शिक्षकों और सांस्कृतिक समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन टीमवर्क, सहानुभूति और भारतीय संस्कृति की गहराई को समझने का अवसर प्रदान करते हैं।
दर्शकों ने छात्रों की ऊर्जा, समर्पण और उत्कृष्ट अभिनय के लिए जोरदार तालियों से स्वागत किया। ‘महाभारत’ का तीसरा और अंतिम दिन ‘द फाइनल चैप्टर्स’ शीर्षक के तहत प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें गीता सार, कुरुक्षेत्र का महान युद्ध और सत्य तथा धर्म की विजय को मंचित किया जाएगा।

