सिटीन्यूज़ नॉउ
पंचकूला। वीरवार को ट्राईसिटी के एकमात्र अस्पताल अल्केमिस्ट और ओजस ने एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी का श्रीगणेश किया। अब एक ही छत के नीचे यूनीपोर्टल और बायोपोर्टल एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी दोनों सेवाएं मिलेगीं।
ज्ञात रहे कि न्यूनतम चीरा आधारित प्रक्रियाओं से रीढ़ संबधी रोगियों को तेज़ रिकवरी, कम रक्तस्राव और कम समय के लिए भर्ती होना पड़ेगा। न्यूरोसर्जन, ऑर्थोपेडिक सर्जन और स्पाइन विशेषज्ञों की बहु-विषयी टीम अस्पताल मे अत्याधुनिक, रोगी-केंद्रित स्पाइन केयर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबध है।
सिटीन्यूज़ नॉउ से जानकारी सांझा करते हुए सीनियर कंसल्टेंट -ब्रेन एंड स्पाइन स्पेशलिस्ट डॉ. मनीष बुधिराजा ने कहा कि एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी रीढ़ की बीमारियों के इलाज में एक क्रांतिकारी बदलाव है। न्यूनतम चीरे और तेज रिकवरी के कारण मरीज जल्दी अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट सकते है।
कंसल्टेंट- ब्रेन एंड स्पाइन स्पेशलिस्ट डॉ. प्रशांत मास्कारा ने कहा कि इस उन्नत तकनीक से न्यूनतम इनवेसिव स्पाइन प्रक्रियाओं की व्यापक श्रृंखला होने से जटिलताओं मे कमी और बेहतर परिणाम मिलेगें।
कंसल्टेंट-जॉइंट रिप्लेसमेंट और आर्थ्रोस्कोपी डॉ. नवदीप गुप्ता का मानना है कि बायोपोर्टल सर्जरी फिक्सेशन से बचने का एक बेहतर विकल्प है, विशेष रूप से बुजुर्ग मरीजों में जो लंबर कैनाल स्टेनोसिस से पीडि़त रहते हैं।