सिटीन्यूज़ नॉउ
मोहाली/जीरकपुर- मोहाली और जीरकपुर अब सिर्फ चंडीगढ़ के नज़दीक के क्षेत्र नहीं रहे, बल्कि बेहतर कनेक्टिविटी और तेज़ी से हो रहे विकास के चलते यह ट्राइसिटी का नया रियल एस्टेट हब बनते जा रहे हैं। खासतौर पर पीआर-7 (एयरपोर्ट रोड) और पीआर-5 जैसे पेरिफेरल रिंग रोड्स के निर्माण ने इन इलाकों को विकास की नई दिशा दी है।
सेक्टर 120 से 124 तक बढ़ा आकर्षणपीआर-7 के किनारे स्थित मोहाली के सेक्टर 120 से 124 में अब बड़ी टाउनशिप और मिक्स्ड-यूज़ प्रोजेक्ट्स की प्लानिंग शुरू हो चुकी है। यही वजह है कि यहां प्रॉपर्टी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं और निवेशकों का रुझान लगातार इस ओर बढ़ता जा रहा है। आने वाले समय में यह इलाका ट्राइसिटी का सबसे तेज़ी से उभरता रियल एस्टेट ज़ोन बन सकता है।
होमलैंड ग्रुप के CEO उमंग जिंदल ने सिटीन्यूज़ नॉउ से बातचीत करते हुए कहा,की मोहाली का भविष्य उज्ज्वल है। यहां जिस रफ्तार से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट हो रहा है, वह पूरे उत्तर भारत के लिए एक मिसाल है। PR रोड्स, मेट्रो विस्तार और एयरोसिटी जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स इस शहर को नई पहचान दे रहे हैं।
पीआर -11, पीआर-12 और मेट्रो विस्तार से और बढ़ेगी रफ्तारगमाडा की ओर से प्रस्तावित पीआर-11 और पीआर-12 कॉरिडोर, चंडीगढ़ मेट्रो विस्तार और एयरोसिटी जैसे प्रोजेक्ट्स आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी और रियल एस्टेट वैल्यू को और मजबूत करेंगे। जानकारों का मानना है कि आने वाले समय में मोहाली उत्तर भारत के सबसे तेज़ी से विकसित होते रियल एस्टेट डेस्टिनेशन में शामिल हो जाएगा।