सिटीन्यूज़ नॉउ
चण्डीगढ़ : खुशवंत सिंह लिटरेचर फेस्टिवल (केएसएलएफ), जिसका सातवां संस्करण पिछले दिनों लंदन में सम्पन्न हुआ, ने एक ऊँची उड़ान भरते हुए अब अपनी पहली बार ऑक्सफोर्ड में भी अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज कराई। केएसएलएफ के चण्डीगढ़ स्थित प्रवक्ता ने बताया कि यह कसौली की पहाड़ियों से भी एक बड़ा कदम है।
उन्होंने बताया कि इस आयोजन ने खुशवंत सिंह की उत्कृष्ट विरासत को जीवंत किया। इस लिट फेस्ट में भारत की धरोहर और पारिस्थितिकी के संरक्षण, देशों के बीच संबंध, विशेषकर भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध और पूरे विश्व में सीमाओं पर तनाव कम करने की बात हुई। इसके अलावा दक्षिण एशिया की कविता पर भी चर्चा हुई।
लिट् फेस्ट को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ऑक्सफोर्ड इंडिया सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट के साथ मिलकर आयोजित किया जिसका थीम था-सीमाओं के पार मानवता।
पहले सत्र में युवा भारतीय उपन्यासकार और साहित्यिक हस्ती केशव गुहा ने अपनी दूसरी पुस्तक -द टाइगर्स शेयर, पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने उपन्यासकार और सोमरविले कॉलेज के पूर्व छात्र फ्रांसेस्का के साथ आधुनिक दिल्ली के समाज का पोर्ट्रेट किया, जिसमें पारिस्थितिकी आपदा और पारिवारिक स्पर्शिताओं का चित्रण किया गया।
ऑक्सफोर्ड इंडिया सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट के साथ साझेदारी करके, केएसएलएफ के ऑक्सफोर्ड संस्करण ने सोमरविले कॉलेज के भारत के साथ दृढ़ और महत्वपूर्ण संबंधों को मजबूत किया। इस संबंध का इतिहास महाराजा दलीप सिंह की बेटियों, प्रिंसेस कैथरीन और बंबा दलीप सिंह से शुरू होता है जो जो 19वीं सदी के अंत में सोमरविले में अध्ययन करने गईं और उन्होंने महिलाओं के मताधिकार के लिए सर्वप्रथम आवाज उठाई। बाद में इस सूची में युवा इंदिरा गांधी भी शामिल हुईं, जो भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।