सिटीन्यूज़ नॉउ
चंडीगढ़: पंजाब यूनिवर्सिटी में आयोजित पांच दिवसीय राष्ट्रीय सॉफ्टबॉल चैंपियनशिप का समापन हुआ, जिसमें देशभर के 22 राज्यों ने भाग लिया। चंडीगढ़ की लड़कों की टीम ने रोमांचक फाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश को 4-2 से हराकर 43वीं जूनियर राष्ट्रीय सॉफ्टबॉल चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया।
यह प्रतियोगिता चंडीगढ़ सॉफ्टबॉल संघ द्वारा पंजाब यूनिवर्सिटी में आयोजित की गई थी।पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता पूर्व सलाहकार एवं चंडीगढ़ सॉफ्टबॉल संघ के अध्यक्ष धर्मपाल (आईएएस) ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चंडीगढ़ प्रशासन के मुख्य सचिव राजीव वर्मा (आईएएस) एवं खेल सचिव प्रेरणा पुरी (आईएएस) ने विजेता एवं उपविजेता टीमों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर महिंद्रा एंड महिंद्रा स्वराज डिवीजन मोहाली के प्रमुख अरुण राघव, एसबीआई के महाप्रबंधक दीपक भट्ट, पंजाब यूनिवर्सिटी एवं चंडीगढ़ सॉफ्टबॉल संघ के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।मैच में चंडीगढ़ के पिचर चैतन्य ने शानदार सटीकता से प्रदर्शन करते हुए मध्य प्रदेश के आक्रमण को रोकने में अहम भूमिका निभाई। रनर स्वस्तिक और अमन ने स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाने में योगदान दिया।
वहीं मध्य प्रदेश की ओर से संकल्प और विक्की ने वापसी की भरपूर कोशिश की, लेकिन अंतिम इनिंग में पीछे रह गए। चंडीगढ़ ने तालिका में पहला स्थान हासिल किया, मध्य प्रदेश उपविजेता रहा और महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर रहा।इससे पहले सेमीफाइनल में चंडीगढ़ ने महाराष्ट्र को 8-7 के कड़े मुकाबले में हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।लड़कियों की श्रेणी में मध्य प्रदेश ने हरियाणा को 3-2 से हराकर खिताब जीता, जबकि छत्तीसगढ़ तीसरे स्थान पर रहा।
खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि हमारे पास उभरते खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन खेल नीति है। चंडीगढ़ सॉफ्टबॉल संघ के अध्यक्ष धर्मपाल ने कहा कि सभी के सहयोग से इस खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाया गया है और भविष्य में भी खेल जगत के लिए इसी तरह काम करते रहेंगे। उन्होंने अपने सलाहकार कार्यकाल को याद किया जब नई खेल नीति की घोषणा की गई थी। उन्होंने खिलाड़ियों से अपील की कि वे इस नीति का अधिकतम लाभ उठाएं।