सिटीन्यूज़ नॉउ/सहगल सुशील/सिंह परमदीप
चंडीगढ़। हिमाचल प्रदेश और पंजाब परिसरों मे तीन दिवसीय चितकारा लिट फेस्ट का समापन शनिवार को चितकारा इंटरनेशनल स्कूल में हुआ जिसमें साहित्यकारों, कहानीकारों और विचारकों ने शिरकत की। इस फेस्ट में प्रभावशाली वक्ताओं ने अपने विचार रखे जिसमें पैनल चर्चा और बुक साइनि़ंग आदि कार्यक्रम शामिल थे। इंटरैक्टिव सत्रों मे छात्रों ने भी विभिन्न साहित्यिक और रचनात्मक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया।
सिटीन्यूज़ नॉउ से जानकारी सांझा करते हुए चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर डा. मधु चितकारा ने कहा कि चितकारा लिट फेस्ट एक ऐसा मंच है जहां विचारों को उड़ान मिलने के साथ कहानियों को नया अर्थ मिलता है और साहित्य जुड़ाव और प्रेरणा का एक शक्तिशाली स्रोत है। यह आयोजन उच्च बौद्धिक क्षमता वाले लोगों का सिर्फ जमावड़ा ही नहीं है बल्कि यह रचनात्मकता को बढ़ाने के साथ ही विचारों के आदान-प्रदान करने और कलात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देने का मूवमेंट है।
ज्ञात रहे कि इस महोत्सव में कल्कि कोचलिन, शोभा डे, लिसा रे, नीलेश मिश्रा, संध्या मृदुल और दिव्य प्रकाश दुबे ने व्यावहारिक चर्चाओं और दमदार कहानी कहने से दर्शकों को आकर्षित किया। स्पोकन वर्ड आर्टिस्ट प्रिया मलिक और निधि नरवाल ने कविताओं को जीवंत कर दिया, जबकि लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ‘टाइनी’ ढिल्लों (सेवानिवृत्त) और डॉ. थॉमस मैथ्यू ने लीडरशिप ,रेजीलेंस और विरासत के बारे में रोचक बातें बताईं।
चितकारा लिट फेस्ट में छात्रों, विद्वानों और शिक्षकों के अलावा पूर्व छात्र, अभिभावक, शिक्षक, उद्योग भागीदारों, शैक्षणिक सहयोगियों और प्रमुख हितधारक मौजूद रहे।