Monday, August 4, 2025
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जल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है कोका कोला इंडिया फाउंडेशन आनंदना

चंडीगढ़: जल संचय, स्वच्छ पेयजल तक उपलब्धता, वाटरशेड मैनेजमेंट और पारंपरिक जल स्रोतों को बहाल करने पर केंद्रित परियोजनाओं के साथ आनंदना – कोका-कोला इंडिया फाउंडेशन समुदायों का समर्थन करके जल संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। आनंदना की पहलों एवं उनके प्रभाव पर एक नजर:1. अनंतपुर में बंजर भूमि को समृद्ध खेतों में बदलनाभारत के सबसे शुष्क जिलों में से एक अनंतपुर लंबे समय से अनियमित वर्षा और घटते भूजल स्तर की समस्या से पीड़ित है, जिससे किसानों को खेती के लिए संघर्ष करना पड़ता था (Source)। इस चुनौती से निपटने के लिए आनंदना ने एसएम सहगल फाउंडेशन के साथ मिलकर प्रोजेक्ट जलधारा की शुरुआत की है।

इस पहल के तहत पांच चेक डैम का निर्माण किया गया, भूजल स्तर में सुधार किया गया और कृषि को पुनर्जीवित किया गया। जो किसान कभी बंजर खेतों की समस्या से जूझते थे, वे अब कई फसलें उगा रहे हैं, जिससे खाद्य सुरक्षा और बेहतर आय सुनिश्चित हो रही है।2. मध्य प्रदेश में पानी तक पहुंच आसान करना और समाज को सशक्त बनानाछतरपुर के बिजावर ब्लॉक में महिलाओं के लिए पानी लाना बड़ा संघर्ष था।

उन्हें मीलों पैदल चलना पड़ता था, जिससे काम या शिक्षा के लिए बहुत कम समय बचता था। इस बीच, पानी की कमी ने पलायन को भी बढ़ावा दिया, जिससे कई किसानों ने खेती करना ही छोड़ दिया।प्रगति ग्राम परियोजना के माध्यम से, आनंदना और हरितिका ने स्टॉप डैम और तालाब बनाए, जिससे पानी की उपलब्धता बढ़ी और पानी तक पहुंच आसान हुई। इसका नतीजा यह है कि अब महिलाओं को अपने परिवार और सपनों पर ध्यान केंद्रित करने की आजादी मिली है।

इस समस्या को समझते हुए आनंदना ने ल्यूपिन ह्यूमन वेलफेयर एंड रिसर्च फाउंडेशन के साथ मिलकर दो चेक डैम का निर्माण किया, जिससे पानी की उपलब्धता बहाल हुई।आज खेती फिर से फल-फूल रही है और पलायन में काफी गिरावट आई है।4. सीकर में जल सुरक्षा और आजीविका को मजबूत करनाराजस्थान का एक विशाल जिला सीकर लंबे समय से अनियमित वर्षा और भूमि के अत्यधिक दोहन की समस्या से जूझ रहा है.

नई जल सुरक्षा से आय और आजीविका सृजन में वृद्धि हुई है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था एवं समाज को ताकत मिली है। जो महिलाएं पहले पानी लाने के बोझ से दबी रहती थीं, अब उनके पास घरेलू एवं आर्थिक गतिविधियों के लिए अधिक समय है, जिससे समाज की ताकत बढ़ी है।

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