सिटीन्यूज़ नॉउ
मोहाली: मैक्स अस्पताल, मोहाली में जटिल कैटरेक्ट की सफल सर्जरी के बाद डाउन-सिंड्रोम से पीड़ित 14 वर्षीय लड़की की आँखों की रौशनी रिस्टोर की गयी । पैशन्ट की दोनों आँखों में मोतियाबिंद था और वह कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज, अफ़ेसिया (बोलने और भाषा समझने में असमर्थ) , अंग विकृति और इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटी सहित मल्टीपल डिसेबिलिटी से भी पीड़ित थी। लड़की को बचपन में ही मोतियाबिंद हो गया था, जिसके कारण धीरे-धीरे उसकी आँखों की रौशनी कम होती गई।
मैक्स अस्पताल, मोहाली में ऑपथैल्मोलॉजी डायरेक्टर डॉ. हरप्रीत कपूर ने बताया कि मोतियाबिंद के कारण लड़की की दोनों आंखों की रोशनी चली गई थी और उसकी दृष्टि वापस पाने की एकमात्र उम्मीद मोतियाबिंद का ऑपरेशन ही था। उन्होंने आगे बताया कि मोतियाबिंद सर्जरी के लिए फेकोएमल्सीफिकेशन सिस्टम का उपयोग करने वाली एक विशेष तकनीक का इस्तेमाल किया गया और दोनों आँखों में एक प्रीमियम इंट्राओकुलर लेंस प्रत्यारोपित किया गया। दोनों सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी की गईं। लड़की अब वस्तुओं को उठाने और लिखने जैसे बारीक काम करने में भी सक्षम है, जो दर्शाता है कि उसकी आँखों की रौशनी प्रभावी रूप से वापस आ गई है।
मैक्स हॉस्पिटल, मोहाली में बाल रोग सलाहकार डॉ. अमित नागपाल ने कहा, “यह मामला न केवल चुनौतीपूर्ण था बल्कि बहुत दुर्लभ था। हमारी नेत्र रोग टीम के प्रयासों ने यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कि बच्ची को समय पर सर्जिकल इंटरवेंशन मिले।”