सिटीन्यूज़ नॉउ/सहगल सुशील/सिंह परमदीप
रोपड़ /पंजाब, 6 मार्च:- लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी पंजाब (एलटीएसयू) ने विज़न 2047 पर एक ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी की, जिसमें एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी और साइबर सुरक्षा महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया।
विज़न 2047 की थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों, उद्योग जगत के नेताओं और छात्रों को एक साथ लाया गया, ताकि शिक्षा को वैश्विक आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने की रणनीतियों पर चर्चा की जा सके। पद्मश्री डॉ. ए एस किरण कुमार, पूर्व सचिव, अंतरिक्ष विभाग/सदस्य, अंतरिक्ष आयोग (इसरो) इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
उन्होंने उद्योग-संबंधी कार्यक्रमों के माध्यम से पंजाब और भारत के युवाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए एलटीएसयू पंजाब की प्रशंसा की। महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की भूमिका” विषय पर खेल-पर उन्होंने कहा कि अगले दो वर्षों में मानव अंतरिक्ष में पहुंच जाएगा और भारत 2035 तक अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की योजना बना रहा है। हमारी योजना है कि मनुष्य चन्द्रमा 2040 तक जाए और वापस लौट आए। चंद्रमा अन्य ग्रहों और अंतरिक्ष में उससे आगे की खोज के लिए एक कदम होगा। यदि हमें पानी मिल जाए तो हम उससे आगे जाने के लिए ईंधन बना सकते हैं।
श्री संजय देवनाथ पाटिल, निदेशक, एनपीटीआई (विशेष अतिथि) श्रीमती सौम्या प्रकाश, निदेशक, यूनिलॉग (अतिथि अतिथि) डॉ. एमबी गुरु बिजनेस डेवलपमेंट एंड इनोवेशन ने भी विषय पर अपने बहुमूल्य सुझाव साझा किए। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को उनके प्रश्नों के उत्तर भी मिले तथा उनका ज्ञान भी बढ़ा।डॉ संदीप सिंह कौरा चांसलर एलटीएसयू पंजाब ने कहा कि हम पद्मश्री डॉ. ए एस किरण कुमार के आगमन से सम्मानित महसूस कर रहे हैं और विश्वविद्यालय पहले से ही कृषि, पर्यावरण और अन्य सभी क्षेत्रों में समाज के कल्याण के लिए कार्य कर रहा है।
यह आयोजन भारत के विजन 2047 को साकार करने में एक मील का पत्थर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, तथा देश को विशेष रूप से अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कुशल पेशेवरों के वैश्विक केंद्र में परिवर्तित करेगा। इस अवसर पर उपस्थित एलटीएसयू के प्रमुख पदाधिकारियों में डॉ. परविंदर कौर, प्रो. चांसलर, डॉ. राजीव महाजन रजिस्ट्रार, प्रो. एचपीएस धामी, कार्यकारी डीन, और श्री सतबीर सिंह बाजवा, संयुक्त रजिस्ट्रार (कुलपति कार्यालय) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।