सिटीन्यूज़ नॉउ
चंडीगढ़। पार्क अस्पताल के डायरेक्टर कार्डियोवैस्कुलर, एंडोवैस्कुलर व वैस्कुलर सर्जरी डॉ. एचएस बेदी और वरिष्ठ सलाहकार जनरल सर्जरी तथा मेडिकल डायरेक्टर डॉ. विमल विभाकर ने शनिवार को वैस्कुलर ट्रामा पर बहुमूल्य जानकारी सांझा की।
सिटीन्यूज़ नॉउ को सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए डॉ. एचएस बेदी ने कहा कि देश मे वर्ष 2022 में सडक़ दुर्घटनाओं में 1.5 लाख से अधिक मौतें और 4.5 लाख से अधिक घायल लोगों में कई वैस्कुलर ट्रॉमा शामिल हैं। देश में सडक़ दुर्घटनाओं में एक घंटे में 19 मौतें होती हैं जबकि एक दिन में 462 मौतें होती हैं। विडंबना देखिए कि दुर्घटनाग्रस्त लोगों में से अधिकांश 25-35 वर्ष की आयु वर्ग के हैं। सडक़ यातायात दुर्घटनाएँ वैस्कुलर ट्रामा का सबसे आम कारण हैं, जिसमें 91.4 प्रतिशत दुर्घटनाएँ दोपहिया वाहनों मे मोटरसाइकिल होते हैं ।
डॉ. विमल विभाकर ने कहा कि पिछले एक दशक में जहां वैश्विक स्तर पर सडक़ दुर्घटनाओं में 5 प्रतिशत की गिरावट आई है वहीं भारत में यह 15.3 प्रतिशत वृधि हुई है। उन्होने लोगों से गोल्डन ऑवर अवधारणा के महत्व को जानने की अपील की। यानि किसी भी दुर्घटना के बाद पहले 60 मिनट मे दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को ट्रॉमा सेवाओं के लिए अस्पताल पहुँचाना अति आवश्यक है ताकि जान बचाई जा सके। वैस्कुलर ट्रॉमा में यदि समय रहते वैस्कुलर को बहाल नहीं किया जाता तो घायल या क्षतिग्रस्त अंग को बचाने की संभावना बहुत कम होती है।
सीईओ-नॉर्थ आशीष चड्ढा ने बताया कि पार्क अस्पताल मे ईसीएचएस, सीजीएचएस, ईएसआई, हरियाणा और हिमाचल सरकारों और सभी प्रमुख टीपीए, कॉरपोरेट्स के साथ सूचीबद्ध है और पार्क अस्पताल मोहाली में नियमित रूप से सीटीवीएस और संवहनी सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है।