सिटीन्यूज़ नॉउ
चण्डीगढ़। प्राचीन कला केंद्र द्वारा आयोजित किये जा रहे दो दिवसीय रिसर्च सेमिनार का प्रारम्भ आज यहाँ पंजाब कला भवन के डॉ एम एस रंधावा सभागार में किया गया। जिस में देश के विभिन्न शहरों से प्रतिभागियों ने अपने शोध कार्य को प्रस्तुत किया। इस सेमिनार का मुख्य विषय संगीत नृत्य एवं ललित कलाओं की सामाजिक उत्थान में भूमिका पर आधारित था।
इस अवसर पर प्रो प्रेमीला गुरुमूर्ति , पूर्व कुलपति , तमिलनाडु डॉ जयललिता म्यूजिक एंड फाइन आर्ट्स यूनिवर्सिटी , चेन्नई ने मुख्य अतिथि के रूप में सेमिनार की शोभा बढ़ाई। और साथ ही ललित नारयण दरभंगा विश्वविद्यालय में संगीत विभाग प्रमुख प्रो लावण्या कीर्ति सिंह काब्या ने की नोट स्पीकर की भूमिका अदा की।
इस अवसर पर केंद्र की रजिस्ट्रार डॉ शोभा कौसर ने मुख्य अतिथि प्रो प्रेमीला गुरुमूर्ति को उत्तरीया एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही सेमिनार के गेस्ट स्पीकर जाने माने संगीतज्ञ प्रो शारंगधर साठे (चेयरपर्सन ) , जाने माने सितार वादक प्रो हरविंदर शर्मा , एम एस यू विश्वविद्यालय , बड़ोदा के संगीत विभाग प्रमुख डॉ राजेश केलकर को भी केंद्र के सचिव श्री सजल कौसर एवं सेमिनार के सूत्रधार पंडित देवेंद्र वर्मा ने उत्तरीया एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया ।
कल प्रातः 10 बजे इस सेमिनार के दूसरे एवं अंतिम दिन सेशन 3 और 4 की प्रस्तुति होगी जिस में कई गणमान्य अतिथि एवं जाने माने कलाकार अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे आज सेमिनार के प्रथम दिन गणमान्य अतिथियों में प्रो जगमोहन शर्मा , पंडित सुशिल जैन , डॉ महेंद्र प्रसाद शर्मा भी उपस्थित थे