सिटीन्यूज़ नॉउ
पंजाब (चंडीगढ़), 24 अप्रैल 2025: सभी के लिए खाद्य सुरक्षा और सस्ता भोजन उपलब्ध हो, इसके लिए किसानों को वर्ष 2050 तक 50 प्रतिशत अधिक फसलें उगानी होंगी। इस लक्ष्य को सतत कृषि समाधान के जरिये हासिल करने के उद्देश्य से, सिंजेंटा इंडिया ने बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित बायोएग वर्ल्ड कांग्रेस (BioAg World Congress) में विज्ञान आधारित बायोलॉजिकल उत्पादों के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाने के लिए अपनी कार्ययोजना पेश की । सिंजेंटा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कंट्री हेड एवं मैनेजिंग डायरेक्टर सुशील कुमार ने कहा, ‘खेती कई जटिल चुनौतियों का सामना कर रही है। ऐसे में पर्यावरण-अनुकूल और संतुलित खेती सुनिश्चित करने के लिए हमें बहु-आयामी रणनीति अपनानी होगी। नए बायोलॉजिकल उत्पाद हमारे उन सर्वोत्तम उपायों में से एक हैं, जो मिट्टी की गुणवत्ता को सुधारते हैं, फसलों की सहनशक्ति बढ़ाने और किसानों को समग्र समाधान देने के लिए बनाए गए हैं।
श्री सुशील कुमार ने टेक्नॉलजी की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में किसान कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य श्रृंखला और खाद्य अवशेषों के बेहतर प्रबंधन के प्रति जनता का दबाव, खेती के विकल्पों को और सीमित कर देता है। कीटों में प्रतिरोध क्षमता विकसित होने और उनके व्यवहार में बदलाव के कारण समाधान की प्रभावशीलता कम हो रही है, जिससे नई कार्यप्रणालियों की आवश्यकता है।इस मौके पर सिंजेंटा इंडिया के बायोलॉजिकल्स प्रमुख श्री संजय कुमार टोकाला ने कहा कि वैश्विक बायोलॉजिकल्स उत्पाद क्षेत्र वर्ष 2030 तक 20 बिलियन डॉलर तक पहुँचने की ओर बढ़ रहा है और भारत का बाजार भी तेज़ी से विकास कर रहा है। सिंजेंटा, इस क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों में से एक होने के नाते, इसमें महत्वपूर्ण हिस्सेदारी निभाने जा रही है।
भारत में बदलते नियामक ढांचे को ध्यान में रखते हुए, हम अपने मौजूदा बायोलॉजिकल्स उत्पादों की शृंखला को और मजबूत करने के लिए अल्पकालिक साझेदारियों के विकल्प खुले रखे हुए हैं। नयी तकनीक वाले बायोलॉजिकल्स की संभावनाओं के प्रति आत्मविश्वास जताते हुए श्री संजय टोकाला ने कहा कि इनका उपयोग जैव विविधता को बढ़ावा देता है साथ ही, बायोलॉजिकल्स पारंपरिक फसल सुरक्षा समाधानों को पूरक और अधिक प्रभावी बनाते हैं, जिससे किसानों को अधिक लचीलापन मिलता है। इससे वे उपभोक्ताओं, समाज और नीति-नियामकों की संतुलित कृषि पद्धतियों की बढ़ती मांग को बेहतर तरीके से पूरा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एकीकृत फसल प्रबंधन के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में, बायोलॉजिकल्स किसानों को पौधों के स्वास्थ्य और कीट समस्याओं का प्रभावी और सुरक्षित समाधान देने में मदद करते हैं।
अंत में विवेक ने कहा कि सौ वर्षों से अधिक की यात्रा के साथ, सिंजेंटा बायोलॉजिकल्स, सिंजेंटा ग्लोबल के व्यापक ढांचे के अंतर्गत एक उभरता हुआ क्षेत्र है, जिसने आज अपनी उपलब्धियों में एक और सफलता जोड़ी है, जहां वह दुनियाभर के किसानों को नवीनता से भरपूर उत्पादों की शृंखला के माध्यम से सेवा दे रही है- न केवल फसल सुरक्षा क्षेत्र में, बल्कि सब्ज़ी और अन्य बड़ी फसलों के बीज, बीज संरक्षण और अब बायोलॉजिकल्स उत्पादों के क्षेत्र में भी।