सिटीन्यूज़ नॉउ
चंडीगढ़, 25 अप्रैल:पंजाब के पन-बिजली क्षेत्र ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किए हैं, जिससे बिजली उत्पादन संबंधी अनेक नए मानदंड स्थापित किए गए हैं। बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने आज यहां बताया कि पंजाब राज्य पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के अधीन तीन बड़े पन-बिजली प्रोजेक्टों ने अपने वार्षिक उत्पादन लक्ष्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने के साथ-साथ पिछले तीन वर्षों में अपना सबसे अधिक उत्पादन भी दर्ज किया है।
जोगिंदर नगर में स्थापित शानन पावर हाउस में 512.656 मिलियन यूनिट (एम.यू.) बिजली उत्पादन के साथ बेमिसाल उपलब्धि हासिल की गई है, जो कि इसके वार्षिक लक्ष्य 480 एम.यू. से 6.80 प्रतिशत अधिक है। सुचारू संचालन, अनुकूल हाइड्रोलॉजिकल स्थितियों और समय पर रखरखाव के अभ्यासों के कारण यह बेमिसाल उपलब्धि हासिल हो सकी। इसी तरह आनंदपुर साहिब हाइडल प्रोजेक्ट (एएसएचपी) में 486.14 एम.यू. बिजली उत्पादन किया गया, जो कि इसके 470 एम.यू. के लक्ष्य से 3.43 प्रतिशत अधिक है।मुकेरियां हाइडल प्रोजेक्ट, जो कि क्षमता के मामले में तीनों में सबसे बड़ा है, में 1326.81 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन दर्ज किया गया, जो कि इसके 1110 मिलियन यूनिट के वार्षिक लक्ष्य से 19.53 प्रतिशत अधिक है।
बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने बताया कि 2024-25 के दौरान हमारे हाइडल प्रोजेक्टों का शानदार प्रदर्शन टिकाऊ और कुशल ऊर्जा उत्पादन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ये आंकड़े ऊर्जा उत्पादन के न केवल आंतरिक मानदंडों को पार करते हैं बल्कि केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को भी पार करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि यह प्राप्ति हमारे इंजीनियरों, तकनीकी स्टाफ और प्रबंधन टीमों के अथक प्रयासों का प्रमाण है जिन्होंने उत्पादन क्षमता बढ़ाने और संसाधनों को अनुकूलित करने के लिए अथक मेहनत की है।मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने साफ-सुथरी और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत के रूप में पन-बिजली के महत्व पर अधिक जोर दिया जो पंजाब के कार्बन उत्सर्जन को कम करने और ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बेहतर बनाने के व्यापक लक्ष्यों का समर्थन करता है।
उन्होंने राज्य सरकार के समर्थन का भी स्वागत किया और आगामी वर्षों में इसी तरह के विकास को बनाए रखने का भरोसा जताया। उन्होंने आगे कहा कि रणनीतिक निवेशों, आधुनिक तकनीक और हमारे स्टाफ के समर्पण के कारण पंजाब का पन-बिजली क्षेत्र एक और बड़ी सफलता के लिए तैयार है।शानन, आनंदपुर साहिब और मुकेरियां पन-बिजली प्रोजेक्टों का शानदार प्रदर्शन न केवल पंजाब की बिजली उत्पादन क्षमताओं की कुशलता को मजबूत करता है बल्कि जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करके राज्य की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण में भी सकारात्मक योगदान देता है।