सिटीन्यूज़ नॉउ
चंडीगढ़ / महान कवि शिव कुमार बटालवी की 89वीं जयंती पर उनकी स्मृति में प्राचीन कला केंद्र द्वारा आयोजित भावपूर्ण संध्या “की पुछदे ओ हाल फकीरां दा”,” प्रमुख सांस्कृतिक संस्था प्राचीन कला केंद्र ने महान कवि शिव कुमार बटालवी की 89वीं जयंती के उपलक्ष्य में उनकी स्मृति में भावपूर्ण संगीत की एक विशेष संध्या का आयोजन किया।
यह कार्यक्रम आज चंडीगढ़ के सेक्टर 35/बी स्थित केंद्र परिसर के एम.एल. कौसर सभागार में सायं 6:30 बजे से आयोजित किया गया। इस अवसर पर रजिस्ट्रार डॉ. शोभा कौसर , सचिव श्री सजल कौसर और वरिष्ठ कला समीक्षक श्री एस.डी. शर्मा भी उपस्थित थे। आज की इस शाम को जाने माने गायक श्री सुनील डोगरा ने अपनी भावपूर्ण आवाज़ से सजाया। आज के कलाकार श्री सुनील डोगरा ने मंच संभाला और शिव बटालवी के अमर गीतों से जादू बिखेरा।
उन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच प्रसिद्ध गीत “मेनू ता मेरे दोस्त मेरे गम ने मारया के साथ शुरुआत की, इसके बाद उन्होंने शिव के कुछ चुने हुए प्रसिद्द गीतों जैसे “रात गई कर तारा तारा”, “सिखर दोपहरे सिर ते मेरे ढल चल्या परछावा”, “लूना”, “कुछ रुख मेनू पुत्त लगदे”, “की पुछदे ओ हाल फकीरां दा”, “असां तन जोबन रुते मरना” गाए जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। इसके उपरांत सुनील ने कुछ और खूबसूरत गीत जैसे “एक कुड़ी जिहदा नां मोहब्बत”, “भाठी वालिये चम्बे दिए डालिये ” और “मेनू हीरे हीरे आखे” पेश किया जिसका दर्शकों ने भरपूर आंनद लिय। सुनील ने शिव बटालवी की अलंकृत कविता के मूड और सार को बेहद संजीदा रूप से पेश किया।
सुनील के साथ संगत कलाकारों में हरप्रीत सोनू (कीबोर्ड), नंद लाल ठाकुर (तबला), सतीश यशी (गिटार), ओंकार मट्टू (ढोलक), बॉबी अरोड़ा (परकशन ) और राजेश कुमार (सारंगी) ने बखूबी संगत की। केंद्र के सचिव श्री सजल कौसर सहित अन्य गणमान्य लोगों ने कलाकारों को मोमेंटो से सम्मानित किया।