सिटीन्यूज़ नॉउ, मोहाली। कॉक्लियर इम्प्लांट में प्रगति पर आयोजित सीएमई में आज यहां 130 ईएनटी विशेषज्ञों ने भाग लिया। मैक्स अस्पताल मोहाली द्वारा अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एआईएमएस), मोहाली के सहयोग से सीएमई का आयोजन किया गया, जिसमें कॉक्लियर इम्प्लांट में नवीनतम प्रगति पर प्रकाश डाला गया।
एआईएमएस मोहाली में ईएनटी के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. मनीष गुप्ता डा तथा मैक्स के ईएनटी डायरेक्टर डॉ. नरेश कुमार पांडा उपस्थित थे। सीएमई के दौरान, डॉ. पांडा ने स्वास्थ्य देखभाल में सीखने, नवाचार और सहयोग के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने बताया की कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी एक अद्वितीय और बहुत फायदेमंद सर्जरी है जो उन बच्चों के लिए है जो विभिन्न कारणों से बधिर पैदा होते हैं। चूंकि भाषाई परिणाम सामान्य सुनने के विकास से सीधे संबंधित होते हैं, इसलिए जन्म से बधिर बच्चे सामान्य भाषाई क्षमताएं नहीं रख सकते।
समय पर सुनने की हानि की पहचान और कॉकलियर इम्प्लांट सर्जरी द्वारा हस्तक्षेप बच्चे को इष्टतम सुनने के स्तर और अच्छे भाषाई परिणाम प्राप्त करने में मदद करता है। जन्मजात बधिर बच्चों के लिए कॉकलियर इम्प्लांटेशन एकमात्र समाधान है जो बच्चे को लगभग सामान्य सुनने की क्षमता दे सकता है।

