सिटीन्यूज़ नॉउ/सहगल सुशील/सिंह परमदीप
चंडीगढ़ :- विश्व अंतरिक्ष परिषद के संस्थापक और सीईओ नवदीप सिंह ने वैश्विक स्तर पर अंतरिक्ष शिक्षा और अनुसंधान को आगे बढ़ाने में विश्व अंतरिक्ष परिषद और विश्व अंतरिक्ष अकादमी की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा करते हुए लगातार विकसित हो रहे अंतरिक्ष क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व से अवगत कराया।बता दें कि युवा अंतरिक्ष सम्मेलन 2025 का मंगलवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सीएसआईओ, चंडीगढ़ के सहयोग से विश्व अंतरिक्ष परिषद द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम मेें दुनिया भर से 2,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। सम्मेलन ने इच्छुक वैज्ञानिकों, छात्रों और उद्योग जगत के नेताओं को अंतरिक्ष अन्वेषण, प्रौद्योगिकी और शिक्षा पर सार्थक चर्चा में शामिल होने के लिए एक मंच प्रदान किया।
सम्मेलन गत रविवार को शुरू हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि द्वारा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, ग्रह अन्वेषण और अंतरिक्ष यान प्रणालियों पर तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिनका नेतृत्व डॉ. प्रकाश राव पीजेवीकेएस, डॉ. मिला पत्रलेखा मित्रा और श्री प्रदीप कुमार गुप्ता सहित प्रख्यात वक्ताओं ने किया। समापन समारोह मे भूनिधि – इसरो के ईओ डेटा हब के परिचयात्मक सत्र पर एक डिजिटल क्विज़ और प्रतिभागियों की एक औपचारिक समूह तस्वीर के साथ हुआ।
नवदीप सिंह ने सीएसआईओ चंडीगढ़ विशेष रूप से प्रोफेसर शांतनु भट्टाचार्य, निदेशक, सीएसआईओ और नरेंद्र सिंह, प्रमुख बीडीजी, सीएसआईओ के योगदान का आभार व्यक्त करते हुए अंतरिक्ष अन्वेषण में बढ़ती वैश्विक रुचि और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी को बढ़ावा देने और युवा दिमागों को अंतरिक्ष विज्ञान में नवाचार करने के लिए प्रेरित करने की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि युवा अंतरिक्ष सम्मेलन 2025 ने अंतरिक्ष-संबंधित चर्चाओं और सहयोग के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया है।