सिटीन्यूज़ नॉउ
चंडीगढ़: पिछले गत वर्षों में, स्त्री रोग के क्षेत्र ने रोबोटिक सर्जरी के आगमन के साथ एक क्रांतिकारी बदलाव आया है। ‘गायनोकॉलोजी में रोबोटिक सर्जरी पर जागरूकता हेतू पार्क अस्पताल मोहाली से रोबोटिक गायनोकॉलोजी सर्जरी डायरेक्टर डॉ. प्रीति जिंदल और जनरल सर्जरी सीनियर कंसल्टेंट व मेडिकल डायरेक्टर डॉ. विमल विभाकर ने गुरुवार को विस्तृत जानकारी दी।
सिटीन्यूज़ नॉउ से जानकारी सांझा करते हुए डॉ. प्रीति जिंदल ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी स्त्री रोग प्रक्रियाओं के क्षेत्र में एक गेम-चेंजर के रूप में उभरी है। मिनिमल इनवेसिव सर्जरी सर्जनों को जटिल सर्जरी करने में मददगार और बेहद कारगर है। उन्होने बताया कि सर्जन एक कंसोल के जरिए सर्जरी के दौरान सर्जिकल साइट का एक बड़ा, 3डी दृश्य देख सकता है।
सर्जन रोबोटिक भुजाओं को नियंत्रित करता है, जो सर्जिकल उपकरणों से लैस होते हैं और सर्जन के हाथों की हरकतों की नकल करते हैं। 24 घंटे के भीतर एक मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है और 2 दिनों के भीतर वह घर के काम पर वापस लौट सकती है और 1 सप्ताह के भीतर सामान्य दिनचर्या में वापस आ सकती है।
डॉ. विमल विभाकर ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी के फायदों में बेहतर नतीजों के साथ सटीक सर्जिकल प्रोसीजर और कम ब्लड लॉस शामिल है। इसके अलावा, सर्जरी के बाद संक्रमण का जोखिम भी कम होता है, जिससे अस्पताल में रहने की अवधि कम होती है। अगर जल्दी ठीक होना है तो रोबोटिक सर्जरी सबसे अच्छा विकल्प है।
ग्रुप सीईओ आशीष चड्ढा ने बताया कि देश में अब हर साल लगभग 60,000 से अधिक रोबोटिक सर्जरी की जाती हैं, लेकिन भारत में 1,000 से भी कम प्रशिक्षित रोबोटिक सर्जन हैं। इसे ध्यान में रखते हुए पार्क अस्पताल युवा गायनेकोलॉजिस्ट के लिए रोबोटिक सर्जरी का प्रशिक्षण शुरू करने जा रहा है।