सिटीन्यूज़ नॉउ/सहगल सुशील/सिंह परमदीप
चंडीगढ़, 25 फरवरी 2025: पुरस्कार विजेता कवयित्री और लेखिका लिली स्वर्ण ने अपनी नवीनतम काव्य संग्रह ए बीजूवेल्ड टीयारा का अनावरण किया, जो प्रेम और शांति की असीम शक्ति को बयां करती है। यह उनकी नौवीं पुस्तक और पांचवीं कविता संग्रह है, जो मानव जीवन की भावनाओं और गहरी सच्चाइयों को उजागर करती है।
ए बीजूवेल्ड टीयारा एक दिव्य प्रेम, भक्ति और शाश्वत स्नेह की शक्ति को समर्पित है, जिसमें इश्क-ए-हकीकी (ईश्वर से प्रेम) और इश्क-ए-मजाजी (ईश्वर की रचना से प्रेम) पर विचार किए गए हैं। स्वर्ण लैला-मजनू, हीर-रांझा और मिर्जा-साहिबा की प्रसिद्ध प्रेम कथाओं को जीवित करती हैं, जो यह दिखाती हैं कि प्रेम सभी सीमाओं से ऊपर होता ह|
इस काव्य संग्रह में प्रेम के साथ-साथ एक मजबूत मानवता का संदेश भी है। स्वर्ण के शब्द वैश्विक समस्याओं को उजागर करते हैं, जो युद्ध के पीड़ितों, विधवाओं, अनाथों और विस्थापित लोगों की कठिनाइयों को दिखाते हैं।स्वर्ण कहती हैं कि कविता में इलाज करने और एकजुट करने की शक्ति है
ए बेजूवेल्ड टीयारा मेरी प्रेम, शांति और मानवता की निर्भीक अभिव्यक्ति है – यह युद्ध और दुख के खिलाफ एक आवाज है।लिली स्वर्ण को 70 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक पुरस्कार मिल चुके हैं। वह इंटरनेशनल बीट पोएट लॉरेट (इंडिया, 2023-2024) हैं और साहित्यिक उत्कृष्टता के लिए सीज़र वैलिजो पुरस्कार की प्राप्तकर्ता हैं।
उनकी कविता, जो 21 भाषाओं में अनुवादित हो चुकी है, ने वैश्विक साहित्यिक मंच पर अपनी गहरी छाप छोड़ी है।ए बीजूवेल्ड टीयारा सिर्फ एक किताब नहीं है; यह उम्मीद और मजबूत इरादों का प्रतीक है। पाठकों से इसके संदेश को अपनाने और दुनिया भर में प्रेम और शांति फैलाने की अपील की जाती है।
उन्हें वर्ल्ड यूनियन ऑफ पोएट्स द्वारा ग्लोबल पोएट इंकॉमिम ऑफ पीस एंड यूनिवर्सल लव से सम्मानित किया गया और वर्ल्ड इंस्टिट्यूट ऑफ पीस ने नाइजीरिया में उन्हें “ग्लोबल आइकॉन ऑफ पीस” की उपाधि दी। लिली पीस और ह्यूमैनिटी की अम्बेसडर के रूप में पेरू, घाना, मोरक्को और नाइजीरिया के विभिन्न संस्थानों के लिए काम कर रही हैं।