सिटीन्यूज़ नॉउ
चंडीगढ़। पार्किंसंस दिवस 25 के अवसर पर लिवासा हॉस्पिटल्स के न्यूरोसर्जन डॉ. जसप्रीत सिंह रंधावा नेे पार्किंसंस रोग (पीडी) के लिए डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (डीबीएस) सर्जरी के संदर्भ में अहम जानकारी देते हुए कहा कि यह उन रोगियों के लिए एक परिवर्तनकारी विकल्प रहेगा।
सिटीन्यूज़ नॉउ से जानकारी सांझा करते हुए लिवासा हॉस्पिटल्स के निदेशक और सीईओ पवन कुमार ने कहा कि देश मे पार्किंसंस से पीडि़त लोगों की संख्या काफी अधिक है। लिवासा अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीकों प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। डीप ब्रेन स्टिमुलेशन सर्जरी पार्किंसंस के रोगियों के लिए वरदान साबित होगी। उन्होने कहा कि पार्किंसंस दिवस पर उपचार विकल्पों के प्रति जागरूकता बढ़ाना ही लिवासा का उददेश्य है। डीबीएस से अनगिनत परिवारों मे उम्मीद की किरण जगी है।
न्यूरोसर्जन डॉ. जसप्रीत सिंह रंधावा ने कहा कि डीबीएस एक गेम-चेंजर रहेगा। पार्किंसंस रोगी जो दवाओं के बावजूद गंभीर कंपन और मोटर जटिलताओं से पीडि़त हैं को इस प्रक्रिया से उल्लेखनीय राहत मिलेगी।
न्यूरोसर्जन डॉ. नेहा राय ने जागरूकता और प्रारंभिक हस्तक्षेप के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि पार्किंसंस और दवाओं से परे उपलब्ध विकल्पों के बारे में समझ की एक महत्वपूर्ण कमी है,उन्होंने बताया कि डीबीएस से मस्तिष्क के विशिष्ट क्षेत्रों में इलेक्ट्रोड के प्रत्यारोपण के माध्यम से गतिशीलता में पर्याप्त सुधार, कंपन में कमी और पात्र रोगियों के लिए दैनिक कामकाज में वृद्धि को देखा जा सकता है।