Thursday, October 16, 2025
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वेद-पुराणों में स्पष्ट तौर पर वर्णित है कि गावो विश्वस्य मातरः आचार्य सीताशरण जी

सिटीन्यूज़ नॉउ

चंडीगढ़। गौ-गंगा कृपाकांक्षी पूज्य श्री गोपाल मणि’ जी के सानिध्य में श्री गोपाल गोलोक धाम, रामेश्वरी भक्ति आश्रम ट्रस्ट, शाखा कैंबवाला द्वारा पितृ पक्ष के अवसर परअमृतमयी धेनुमानस गौकथा श्रद्धेय आचार्य सीताशरण जी के श्रीमुख से गोलोक धाम, कैंबवाला, में हो रही है।

आज इस पवित्र धेनुमानस गौकथा के पांचवे दिन कथाव्यास ने श्रद्धालुओं को वेद-पुराणों में वर्णित गोमाता की महिमा बताई व कहा कि इन ग्रंथों में स्पष्ट तौर पर लिखा गया है उन्होंने कहा कि आज की बदलती पर्यावरण की परिस्थितियों में शुद्ध हवा की वातावरण में बहुत कमी हो रही है। जीवन जीने के लिए हमें ऑक्सीजन की जरूरत होती है। आज सबसे बड़ा देवता ऑक्सीजन है। गाय 24 घंटे ऑक्सीजन देती है।

गाय के पंचगव्य को हमें रोजगार से भी जोड़ना चाहिए। गोबर प्लांट लगाकर उसकी गैस का घरों में प्रयोग किया जाए तथा वाहन चलाने में प्रयोग किया जाए। हमने यदि गाय के गोबर को आजीविका से जोड़ दिया तो नए समृद्ध भारत का निर्माण होगा। इस अवसर पर भक्तों ने गो माता को राष्ट्रीय माता का दर्जा देने की मांग का पुरजोर समर्थन किया।

आज गौ कथा में मुख्य रूप से आचार्य डॉ सीता जुयाल, देहरादून, से देवालय पूजक परिषद के समस्त कार्यकारणी सदस्य, गोधाम से प्रधान रत्नो देवी, नंदकुमार, ओमपाल शर्मा, बलजीत,साहूकार सिंह, जेपी मित्तल, एसएल नौटियाल, एसके शर्मा, हेमचंद कश्यप, पीपी बालोदी, एसडी जोशी एवं विभिन्न कीर्तन मंडलियों के साथ गौशाला के समस्त गो भक्तों ने कथा में उपस्थिति दी।

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