सिटीन्यूज़ नॉउ, पंचकूला । शस्त्रांग इंडियन मॉडर्न मार्शल आर्ट ने शस्त्रांग दिवस की 8वीं वर्षगांठ बड़े जोश और गर्व के साथ मनाई। यह कार्यक्रम एससीओ-193, दूसरी मंजिल, सेक्टर 16, पंचकूला स्थित मुख्यालय में हुआ, जिसमें संस्थापक सदस्य, विशेष अतिथि, छात्र और उनके परिवार बड़ी संख्या में शामिल हुए।
इस कार्यक्रम में शस्त्रांग के प्रतिष्ठित संस्थापक सदस्य वी. एस. कुंडू (पूर्व आईएएस), अध्यक्ष सुचेता कुंडू, मीडिया सलाहकार कला निधि, कोषाध्यक्ष दिनेश वर्मा, डॉ. मीनू वर्मा और कार्यकारी सदस्य शामिल हुए। इन सभी गणमान्य व्यक्तियों को संगठन की निरंतर वृद्धि और विकास में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में विशेष अतिथि गुननिधि शर्मा, प्रदीप राणा, प्रदीप सिंह, नवदीप सूद और नवनीत कौशिक की उपस्थिति ने इस अवसर को और खास बना दिया।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण शस्त्रांग के प्रतिभाशाली छात्र और उनके माता-पिता थे, जिसमें मार्शल कलाकारों ने विभिन्न प्रकार की युद्धकला का प्रदर्शन किया।शस्त्रांग के संस्थापक ग्रैंडमास्टर बिक्रम सिंह थापा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मार्शल आर्ट के प्रति अपने प्रेरणादायक सफर को साझा किया। उन्होंने आत्मरक्षा के महत्व पर जोर देते हुए इसे सिर्फ सुरक्षा का साधन ही नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन बताया, जो शक्ति, अनुशासन और सहनशक्ति को बढ़ावा देता है।
उन्होंने संस्थापक सदस्यों के अटूट समर्थन और छात्रों की निष्ठा के प्रति आभार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि मुझे अत्यधिक गर्व है कि शस्त्रांग ने वर्षों में जो प्रगति की है, वह हमारे दृष्टिकोण को साकार कर रही है। हमारा उद्देश्य सभी आयु वर्ग के व्यक्तियों को व्यावहारिक और आधुनिक मार्शल आर्ट प्रशिक्षण प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि यह दिन हमारे छात्रों की मेहनत, अनुशासन और समर्पण के प्रमाण के साथ ही हमारे संस्थापक सदस्यों और विशेष अतिथियों के निरंतर समर्थन का प्रतीक है।