सिटीन्यूज़ नॉउ
शिमला। हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में इतिहास रचने जा रहा है। प्रदेश सरकार और क्रैक एकेडमी के संयुक्त प्रयास से आज राज्य की अब तक की सबसे बड़ी स्कॉलरशिप परीक्षा “मेरे शहर के 100 रत्न” आयोजित हो रही है। इस परीक्षा में 6 लाख से अधिक छात्र हिस्सा ले रहे हैं, जो राज्य के 3,500 से ज्यादा सरकारी और निजी स्कूलों से जुड़े हैं।
यह परीक्षा 2,800 सरकारी स्कूलों के अलावा निजी स्कूलों में एक साथ आयोजित की जा रही है। परीक्षा का उद्देश्य विभिन्न सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाले मेधावी छात्रों की पहचान कर उन्हें बेहतर कोचिंग की सुविधा देना है। हिमाचल के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में एक साथ हो रही इस परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र पहले ही सुरक्षित तरीके से सभी केंद्रों तक पहुंचा दिए गए हैं। यह अभियान प्रदेश के दूरदराज इलाकों तक गुणवत्तापूर्ण कोचिंग की पहुंच बनाने और प्रतिभावान छात्रों को मौका देने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
हर विधानसभा क्षेत्र से टॉप 100 छात्रों को क्रैक एकेडमी द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं की फ्री कोचिंग स्कॉलरशिप दी जाएगी। यानी कुल 6,800 छात्रों को यह सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, हर विधानसभा क्षेत्र के अगले 200 छात्रों को 75% और उसके बाद के 500 छात्रों को 50% फीस में छूट मिलेगी। *मुख्यमंत्री बोले – प्रतिभाओं को मिलेगा नया मंच* मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस पहल से प्रदेश के हजारों होनहार विद्यार्थियों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। उन्होंने मार्च 2025 में शुरू हुए इस अभियान को हिमाचल के शैक्षणिक भविष्य के लिए मील का पत्थर बताया। वहीं, क्रैक एकेडमी के संस्थापक और सीईओ नीरज कंसल ने कहा, यह केवल एक स्कॉलरशिप परीक्षा नहीं, बल्कि शैक्षणिक समानता और समावेश की दिशा में एक बड़ा कदम है।
हमें गर्व है कि हम इस ऐतिहासिक प्रयास में सरकार के साथ हैं।*राज्य की शिक्षा प्रणाली में नया बदलाव*“मेरे शहर के 100 रत्न” परीक्षा राज्य के शिक्षा तंत्र में बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है। इसके माध्यम से हिमाचल न केवल अपनी प्रतिभाओं को निखार रहा है, बल्कि देशभर के लिए एक मिसाल भी पेश कर रहा है।