सिटीन्यूज़ नॉउ
चंडीगढ़। इंडियन डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) ने शुक्रवार को सर्वेक्षण के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि गत वित्तीय वर्ष मे देश के पश्चिमोत्तर राज्यों ने प्रत्यक्ष बिक्री में 15.71 प्रतिशत से अधिक की शानदार विकास दर्ज करके 2172 करोड़ रूपये से अधिक का कारोबार किया। हरियाणा खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेश नागर और प्रधान सचिव डी. सुरेश ने इस कार्यक्रम मे शिरकत की।
आईडीएसए के अनुसार, इन राज्यों का इस अवधि में वर्ष दर वर्ष आधार पर 15.71 प्रतिशत की विकास दर के साथ कुल डायरेक्ट सैलिंग कारोबार 2172 करोड़ रूपये रहा जो उत्तरी क्षेत्र के कुल 6,600 करोड़ रुपये के कारोबार का 33 प्रतिशत तथा 22,142 करोड़ रुपये के कुल राष्ट्रीय कारोबार का 9.8 प्रतिशत है। साथ ही डायरेक्ट सैलिंग क्षेत्र ने इन राज्यों के पांच लाख से ज्यादा लोगों को स्वरोजगार और वैक्ल्पिक आय के अवसर भी प्रदान किये हैं और इस संख्या में वर्ष दर वर्ष आधार पर 31.23 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की गई है।
सिटीन्यूज़ नॉउ से बातचीत करते हुए मंत्री राजेश नागर ने स्वरोजगार सृजन, उद्यमिता और कौशल विकास, आर्थिक समावेश, महिला एवं युवा सशक्तिकरण और उपभोक्ता संरक्षण को लेकर राज्य सरकार के प्रयासो में डायरेक्ट सैलिंग उद्योग के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में डायरेक्त् सैलिंग कम्पनियों की गतिविधियों पर निगरानी रखने तथा उपभोक्ताओं की शिकायतों की सुनवाई हेतु ‘हरियाणा डायरेक्ट सैलिंग मॉनिटरिंग अथॉरिटी‘ का गठन कर दिया है।
आईडीएसए के अध्यक्ष विवेक कटोच ने देश में डायरेक्ट सैलिंग के परिदृश्य और इसके सतत विकास एवं विस्तार हेतू पंजाब सरकार से भी उपभोक्ता संरक्षण (डायरेक्ट सैलिंग) नियम-2021 के तहत राज्य में ‘निगरानी समिति‘ अविलम्ब गठित करने का अनुरोध किया। इस अवसर पर 50 से अधिक महिला उद्यमियों को डायरेक्ट सैलिंग क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिये सम्मानित किया गया। आईडीएसए की कोषाध्यक्ष अप्राजिता सरकार, सदस्य कम्पनियों के शीर्ष अधिकारी और प्रतिनिधि के साथ डायरेक्ट सैलर भी उपस्थित रहे।