सिटीन्यूज़ नॉउ
सोनीपत / हरियाणा में जनकल्याण और सामाजिक सेवा के लिए समर्पित एक प्रमुख नाम शशिकांत कौशिक, संस्थापक शशिकांत इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट, आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। समाज की सेवा को जीवन की प्राथमिकता मानने वाले कौशिक को हाल ही में, अपने पुत्र के जन्मदिन के अवसर पर, उन्होंने लगभग 7000 वर्ग फुट क्षेत्रफल का भवन ‘दृष्टि आई संस्थान’ को समर्पित किया, जहां ज़रूरतमंदों को नेत्र चिकित्सा और फिजियोथेरेपी जैसी सेवाएं पूरी तरह निःशुल्क प्रदान की जाएंगी।
साथ ही, इसी भवन में बच्चों के लिए एक नि:शुल्क पुस्तकालय की स्थापना भी की गई है, जो शिक्षा क्षेत्र में एक सराहनीय पहल है। उनका एक अन्य पुस्तकालय समालखा कस्बे में भी सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। इस अवसर पर शशिकांत कौशिक ने कहा,”समाज की सेवा ही मेरे जीवन का उद्देश्य है। यदि मेरी किसी छोटी-सी पहल से किसी ज़रूरतमंद को सहायता मिलती है, तो यही मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान है।
वे पूरी तरह भगवान में आस्था रखते हैं और उन्होंने बताया कि वे अपनी कमाई का 90% भाग जनकल्याण के कार्यों में खर्च करेंगे। अभी सिर्फ 40 परसेंट ही खर्च किया है। उन्होंने यह भी साझा किया कि उनके दोनों पुत्रों ने अपने दादा से प्राप्त 25-25 लाख रुपये भी समाजसेवा के लिए दान कर दिए हैं, औरअब दोनों बेटों को अपनी संपत्ति का केवल 10% हिस्सा ही दिया गया है।
शशिकांत कौशिक द्वारा किए गए जनकल्याण कार्यों में भोजन, शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति के क्षेत्र में अनेक उल्लेखनीय पहल शामिल हैं। सोनीपत में निर्माणाधीन फिजियोथेरेपी केंद्र में जोड़ों और कमर दर्द, शुगर व बीपी जैसी जांच और उपचार सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध होंगी, साथ ही दिव्यांगों को कृत्रिम अंग भी नि:शुल्क दिए जाएंगे। दिल्ली के महाराजा अग्रसेन अस्पताल को 25 लाख रुपये का सहयोग दिया गया।
समालखा और सोनीपत में पुस्तकालयों के माध्यम से 500+ विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा, पुस्तकें और प्रोत्साहन दिया जा रहा है। गौसेवा हेतु एक करोड़ से अधिक का योगदान व 11 लाख रुपये की सहायता दी गई। सड़क सुरक्षा हेतु 20,000 हेलमेट वितरित किए गए, जिनकी लागत लगभग 82 लाख रुपये रही।