सिटीन्यूज़ नॉउ
चंडीगढ़ : द एसोसिएटेड चैम्बर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ़ इंडिया (एसोचैम) द्वारा पंजाब में “स्किलिंग फॉर एमएसएमई सेक्टर इन पंजाब” विषय पर कॉन्क्लेव का आयोजन सेक्टर 10 स्थित माउंट व्यू होटल में किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, उद्योग जगत के प्रतिनिधि तथा शैक्षणिक विशेषज्ञ एक साथ आए और एमएसएमई के माध्यम से कौशल विकास और रोजगार क्षमता को सशक्त करने की रणनीतियों पर चर्चा की।
एसोचैम की तरफ से एसोचैम के पंजाब स्टेट डेवलपमेंट काउंसिल के चेयरमैन अभि बंसल, चंडीगढ़ यूटी काउंसिल के चेयरमैन राकेश भल्ला, चंडीगढ़ यूटी डेवलपमेंट काउंसिल के को-चेयरमैन डॉ. दृषमीत बुट्टर और पंजाब स्टेट डेवलपमेंट काउंसिल के को-चेयरमैन इकबाल चीमा मौजूद रहे ।
कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय संजीव अरोड़ा, कैबिनेट मंत्री फॉर इंडस्ट्री एंड कॉमर्स,आईटी, इन्वेस्टमेंट प्रमोशन, पंजाब ने किया। उन्होंने एसोचैम को इस सार्थक और सही समय पर किए गए आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा और रोजगार के बीच की दूरी को कम करना बहुत ज़रूरी है। युवाओं के लिए आत्मविश्वास और व्यवहारिक ज्ञान दोनों ही उतने ही महत्वपूर्ण हैं। मंत्री ने बताया कि एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, जो लगभग 30% रोजगार प्रदान करते हैं।
एसोचैम चंडीगढ़ यूटी काउंसिल के चेयरमैन राकेश भल्ला ने उद्योग जगत का दृष्टिकोण साझा करते हुए कहा कि ऑटो कॉम्पोनेंट्स, ईवी, फूड प्रोसेसिंग और डिफेंस सेक्टर के एमएसएमई नवाचार और रोजगार के नए अवसर सृजित कर रहे हैं। एसोचैम चंडीगढ़ यूटी डेवलपमेंट काउंसिल के को-चेयरमैन डॉ. दृषमीत बुट्टर ने “स्किलिंग एंड एमएसएमई” विषय पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि यदि पंजाब के युवा कार्यबल को सही कौशल और मार्गदर्शन मिले, तो वे भारत के विनिर्माण विकास के प्रमुख चालक बन सकते हैं।
कॉन्क्लेव का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि सरकार, शिक्षा जगत और उद्योग के सहयोग से युवाओं को सशक्त किया जाएगा, एमएसएमई को मजबूती दी जाएगी और समावेशी औद्योगिक विकास को आगे बढ़ाया जाएगा।

