सिटीन्यूज़ नॉउ/सहगल सुशील/सिंह परमदीप
मोहाली। इंडियन पल्प एंड पेपर टेक्निकल एसोसिएशन एआई टेक्नोलॉजी के जरिए उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार’ विषय पर आगामी शुक्रवार से शनिवार तक सेमिनार करने जा रही है। आयोजन में 400 से अधिक पेपर उद्योग से जुड़े प्रमुख टेक्नोलॉजिस्ट और उद्यमी, भारत और विदेशों से आए इंजीनियर, मशीनरी सप्लायर और रिसर्च इंस्टिट्यूट शामिल होंगे। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के माध्यम से पल्प और पेपर निर्माण प्रक्रिया में दक्षता, गुणवत्ता लाना और स्थिरता में क्रांतिकारी बदलाव लाने पर विचार-विमर्श होगा।
इपटा अध्यक्ष एवं क्वांटम पेपर मिल्स, पंजाब के सीएमडी पवन खेतान ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पेपर उद्योग को बदलने की क्षमता रखता है, जिससे ऑपरेशनल दक्षता में सुधार, वेस्ट में कमी और उत्पाद की क्वालिटी में वृद्धि होगी। देशभर मे 850 से अधिक पेपर मिल्स प्रति वर्ष 2.5 करोड़ टन से अधिक कागज का उत्पादन करती हैं और 80,000 करोड़ का वार्षिक कारोबार करते हुए लगभग 5 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और 15 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करता है।
एसवीआर कृष्णन, उपाध्यक्ष, इपटा ने कहा कि नवीकरणीय पैकेजिंग की बढ़ती मांग और ई-कॉमर्स के तेजी से विस्तार के कारण, पल्प और पेपर उद्योग में एआई को अपनाने की गति तेज हो रही है। चिराग सेतिया, निदेशक, सेतिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने एआई के क्रांतिकारी प्रभाव से प्रोडक्शन प्रोसेस को सुधारा जाना, वेस्ट में कमी और गुणवत्ता नियंत्रण में सुधार संभव हो रहा है।
बता दें कि पहली बार पेपर मिलों, पैकेजिंग निर्माताओं और एंड यूजर्स को साझा मंच पर लाया जा रहा है। पवन खेतान (अध्यक्ष, इपटा और सीएमडी, क्वांटम पेपर मिल्स, एस वी आर कृष्णन (उपाध्यक्ष, आईपीपीटीए और कार्यकारी निदेशक, खन्ना पेपर मिल्स, एम. के. गोयल (मानद सचिव जनरल, आईपीपीटीए) और चिराग सेतिया (कार्यक्रम अध्यक्ष और निदेशक, साटिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड) जैसे विशेषज्ञ पेपर उद्योग में एआई के प्रभाव पर चर्चा करेंगे और भविष्य में इस तकनीक को अपनाने के तरीकों पर विचार करेंगे।