सिटीन्यूज नॉउ/सहगल सुशील/सिंह परमदीप
चंडीगढ़। सोमवार को सिटी ब्यूटीफुल में ग्रिहा कॉन्क्लेव का आयोजन हुआ जिस में सरकारी अधिकारियों, उद्योग जगत के नेताओं, वास्तुकारों और सतत विकास विशेषज्ञ एक ही मंच पर एकत्र हुए। कॉन्क्लेव मे जलवायु अनुकूलन, सतत बुनियादी ढांचे और निर्माण क्षेत्र में डीकार्बोनाइजेशन पर विचार-विमर्श किया गया। ग्रिहा काउंसिल द्वारा आयोजित कॉन्क्लेव में ग्रीनफिंच रियल एस्टेट इंजीनियर्स एंड कंसल्टेंट्स ने नॉलेज पार्टनर ने जलवायु-सचेत शहरी विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अहम भूमिका निभाई।
कॉन्क्लेव का उद्घाटन संजय सेठ, उपाध्यक्ष एवं सीईओ ग्रिहा काउंसिल और वरिष्ठ निदेशक टेरी ने किया। एस. नारायणन, महानिदेशक, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग, हरियाणा सरकार ने नीतिगत उपायों के माध्यम से नेट-ज़ीरो कार्बन बिल्डिंग्स को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। टी. सी. नौटियाल, सचिव (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी), चंडीगढ़ प्रशासन, जिन्होंने वैज्ञानिक नवाचार को सतत विकास के लिए महत्वपूर्ण कारक बताया। अनीता कुमारी, सहायक आयुक्त (स्थापना-1), नवोदय विद्यालय समिति, क्षेत्रीय कार्यालय, चंडीगढ़, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, शबनम बासी, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं सचिव, ग्रिहा काउंसिल और निदेशक, सतत भवन प्रभाग टेरी और डॉ. अमित दास, संस्थापक एवं सीईओ, ग्रीनफिंच रियल एस्टेट इंजीनियर्स एंड कंसल्टेंट्स जैसी हस्तियों ने भाग लिया।
इस सत्र में कार्बन फुटप्रिंट को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया गया और सौर ऊर्जा से संचालित भवनों, वर्षा जल संचयन सडक़ों और शहरी हरित स्थानों से जुड़े अभ्यास अध्ययनों को प्रस्तुत किया गया। कॉन्क्लेव का समापन एक सांस्कृतिक संध्या के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने जलवायु-लचीला और सतत विकास के लिए ठोस कदमों पर चर्चा की।