सिटीन्यूज़ नॉउ/सहगल सुशील/सिंह परमदीप
चंडीगढ़, 7 मार्च: पंजाब में स्टार्टअप इकोसिस्टम को और ऊंचाइयों तक पहुंचाने के उद्देश्य से, पंजाब के उद्योग और आईटी मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंध ने शुक्रवार को घोषणा की कि इनक्यूबेशन स्टेज से आगे बढ़ने वाले स्टार्टअप्स को 10 लाख रुपये का अतिरिक्त अनुदान दिया जाएगा।
मंत्री, जो ग्रामीण विकास और पंचायत तथा आतिथ्य मंत्रालय का प्रभार भी संभालते हैं।टाईकॉन 2025 में अपने मुख्य भाषण के दौरान मंत्री ने कहा कि पंजाब की अद्वितीय उद्यमशीलता क्षमता स्टार्टअप्स और नवोदित व्यावसायिक विचारों के लिए एक आदर्श लॉन्चपैड है।
टाईकॉन चंडीगढ़ प्रमुख उद्यमियों और विचारकों की एक पहल है, जिसका उद्देश्य नवोदित और महत्वाकांक्षी उद्यमियों को मार्गदर्शन, नेटवर्किंग, शिक्षा, इनक्यूबेशन और फंडिंग के माध्यम से एक समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करना है। इस वर्ष टाईकॉन चंडीगढ़ का 10वां संस्करण हयात रीजेंसी में आयोजित हो रहा है।
मंत्री ने पंजाब में व्यापार की अपार संभावनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि राज्य में अब तक 90,000 करोड़ रुपये मूल्य की कॉमन एप्लीकेशन फॉर्म्स (सीएएफ) पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं, जिसका अर्थ है कि कई परियोजनाएं शुरुआती चरणों से आगे बढ़कर जमीनी स्तर पर लागू हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि सरदार भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार केवल कागजों पर एमओयू साइन करने में विश्वास नहीं रखती, बल्कि उन्हें वास्तविकता में बदलती है।उन्होंने आगे कहा कि हमारे मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान की दूरदृष्टि स्पष्ट है और पंजाब को आईटी हब बनाने के हमारे प्रयासों में हम अपने भागीदारों जैसे कि टाईकॉन को अत्यधिक महत्व देते हैं।इससे पहले, अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग) तेजवीर सिंह, आईएएस ने आश्वासन दिया कि उद्योग विभाग स्टार्टअप्स के लिए अनुकूल माहौल सुनिश्चित करने में पूरी तरह सहयोग करेगा।
टाई चंडीगढ़ के प्रेसिडेंट सतीश कुमार अरोड़ा ने राज्य सरकार और उद्योग मंत्री का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने हमेशा उद्योग की जरूरतों को प्राथमिकता दी।कार्यक्रम के समापन सत्र को टाई चंडीगढ़ के वाईस प्रेसिडेंट पुनीत वर्मा ने संबोधित किया।