Wednesday, August 6, 2025
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क्रोमा में शुरू हो रहा है ‘बैक टू कैंपस’ सेल- लैपटॉप खरीदें

सिटीन्यूज़ नॉउ

चंडीगढ़ / भारत का पहला और टाटा समूह का भरोसेमंद ओमनी-चैनल इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर, क्रोमा में शुरू हो रहा है ‘बैक टू कैंपस’ सेल। आधुनिक शिक्षा में तकनीक सबसे महत्वपूर्ण है, इस बात को मद्देनज़र रखते हुए क्रोमा ने अपने अभियान को छात्रों और तकनीक के प्रति उत्साही लोगों को सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

चाहे आप एक महत्वाकांक्षी डिज़ाइनर हों, AI-फर्स्ट कोडर हों, या नेक्स्ट-जेन गेमर हों, क्रोमा में आपको लैपटॉप, टैबलेट, स्मार्टफोन और एक्सेसरीज़ पर छात्रों के लिए आसान कीमतों पर आकर्षक डील मिल रही हैं।

बड़े-बड़े ब्रांडों के उत्पाद, शून्य-लागत EMI, कैशबैक और छात्रों के लिए विशेष योजनाओं का लाभ उठाकर अपने शैक्षणिक और क्रिएटिव भविष्य में निवेश करने का बहुत बढ़िया अवसर क्रोमा दे रहा है।

शैल्बी अस्पताल में बुजुर्ग मरीज के पैंक्रियाटिक ट्यूमर का हुआ सफल उपचार

सिटीन्यूज़ नॉउ

मोहाली। शैल्बी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल मे पैंक्रियाटिक कैंसर की जटिल और चुनौतीपूर्ण सर्जिकल सर्जरी करके 75 वर्षीय बुजुर्ग जिन्हे गहरे पीलिया, गंभीर खुजली और महत्वपूर्ण वजन घटने के लक्षणों के साथ पहुचें थे, की जांच मे पैंक्रियास के हेड में कार्सिनोमा की पुष्टि हुई। बुजर्ग मरीज की अत्यधिक जटिल और चुनौतीपूर्ण सर्जिकल प्रक्रिया पैंक्रियाटोड्यूओडेनेक्टॉमी के साथ ईलाज किया गया।

ज्ञात रहे कि 8 घंटे तक चली इस सर्जरी का सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और जीआई ऑन्को-सर्जरी के डायरेक्टर डॉ. जीआर वर्मा, सीनियर कंसल्टेंट जीआई सर्जरी डॉ. पंकज भल्ला और सीनियर एनेस्थेटिस्ट डॉ. नवनीत कुमार ने बिना किसी जटिलता के सफलतापूर्वक ईलाज किया।

सिटीन्यूज़ नॉउ से जानकारी सांझा करते हुए डॉ. जी.आर. वर्मा ने बताया कि भारत में प्रतिवर्ष करीब 14.5 लाख नए कैंसर के मामले दर्ज किए जाते हैं, जिनमें लगभग 18-20 प्रतिशत मरीज गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर से पीडि़त होते हैं। हालांकि पैंक्रियाटिक ट्यूमर के मामले सबसे कम होते हैं। आमतौर पर वंशानुगत प्रवृत्ति, क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस, मधुमेह, धूम्रपान और आनुवंशिक उत्परिवर्तन जैसे कारक पैंक्रियाटिक कैंसर का कारण बनते हैं।

पैंक्रियाटिक ट्यूमर के लक्षणों के बारे में पूछे जाने पर डॉ. वर्मा ने बताया कि आमतौर पर भूख न लगना, वजन कम होना, नई शुरुआत वाली मधुमेह, पीलिया, खुजली और पेट में दर्द शामिल हैं।

शेल्बी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल सावधानीपूर्वक सर्जिकल तकनीक, मजबूत अंतर-विभागीय समन्वय, अत्याधुनिक आईसीयू और पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल के लिए जाना जाता है।

मात-पिता गौधाम महातीर्थ में मासिक भंडारा आयोजित

सिटीन्यूज़ नॉउ

मोहाली / मात पिता गौधाम महातीर्थ में 164 वे भंडारे में कई राज्यों से पधारे गौ भक्तों ने भजन गायक सिद्धार्थ भैया जी के भजनों से मंत्र मुग्ध होकर गौमाताओं का आशीर्वाद लिया। गौरव तलव है कि मात-पिता गौधाम महातीर्थ में बन रहे विश्व के प्रथम मात पिता मंदिर में हर महीने के पहले रविवार को भजन कीर्तन भंडारा तथा गौमाताओं की सेवा के लिए सैकड़ो की तादात में गौ भक्त यहां पर पहुंचते हैं।

इस मौके पर संस्था की ओर से प्रधान अमरजीत बंसलए लाजपत राय गर्गए बब्बू ए कपिल वर्माए तेजिंदर वालियाए नवदीपए कृष्ण गोपाल इत्यादि सदस्य गण मौजूद रहे।

गाजे-बाजे के साथ शादी नुमा माहौल में ‘सरबाला जी’ का हुआ ट्रेलर लॉन्च-गिप्पी ग्रेवाल, एमी विर्क, सरगुन मेहता और पूरी स्टार कास्ट रही मौजूद

सिटीन्यूज़ नॉउ

मोहाली। ऐसी कहानी जो सीधी दिल में उतर जाए और जिसमे रिश्तों की मिठास, अपनापन और जिंदगी की सच्चाई हो तब वह केवल फिल्म न होकर एक एहसास बन जाती है। जी हां ‘सरबाला जी’ भी एक ऐसी ही कहानी है जिसमे पंजाब की मिट्टी कीह महक और उसके जज़्बातों को बड़े पर्दे पर जिंदा कर देगी।

सोमवार को फिल्म का ट्रेलर लॉन्च किया गया, जहाँ फिल्म की पूरी स्टार कास्ट जिसमे गिप्पी ग्रेवाल, एमी विर्क, सरगुन मेहता, निमरत खैरा, गुग्गू गिल, गिरीश कुमार, निर्देशक मंदीप कुमार और निर्माता कुमार तौरानी आदि मौजूद रहे।

ज्ञात रहे कि सरबाला जी 1930 के दौर की एक मज़ेदार फिल्म है, जिसकी कहानी दो चचेरे भाईयों सुचा और गज्जन सिंह तथा गज्जन और पयारो की अनोखी शादी के इर्द-गिर्द घूमती है। एक तरफ शर्मीले गज्जन हैं, जिन्हें शादी का नाम सुनते ही पसीना आ जाता है, तो दूसरी ओर पयारो हैं, जो लडक़ों जैसे तेवर और मजबूत इरादों वाली लडक़ी है। पूरी कहानी तो फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगी।

सिटीन्यूज़ नॉउ से बातचीत करते हुए निर्देशक मंदीप कुमार ने कहा कि सरबाला जी एक पारिवारिक, भावनात्मक और सच्ची कहानी है, जो जिंदगी के उन पलों को छूती है, जिन्हें हम अक्सर जीते तो हैं, लेकिन कभी बोल नहीं पाते। गिप्पी ग्रेवाल ने कहा कि यह फिल्म नहीं, एक अहसास है। इसे निश्चित ही पंजाब के दिल की आवाज़ के रूप में पहचान मिलेगी।

टिप्स फिल्म्स लिमिटेड के बैनर तले बनी फिल्म का निर्देशन मंदीप कुमार ने किया है जबकि कुमार तौरानी ने प्रस्तुत किया है। कहानी श्रेय इंदरजीत मोगा ने लिखी है। कैमरामैन नवनीत मिस्सर के साथ और एवी सरा ने संगीत रचा है।

भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 336 रनों से जीत दर्ज की और पांच मैचों की सीरीज में 1-1 से की बराबरी

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सिटीन्यूज़ नॉउ

बर्मिंघम / भारत ने 58 सालों में पहली बार बर्मिंघम मे जीत हासिल की । भारत ने रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 336 रनों से जीत दर्ज की और पांच मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है। 608 रनों के असंभव लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की दूसरी पारी 68.1 ओवरों में 271 रनों पर सिमटी ।

तेज गेंदबाज आकाशीप ने दोनों पारियो में 10 विकेट झटके। कप्तान शुभमन गिल ने पहली पारी में 269 दोहरा शतक और दूसरी पारी मैं 161 शानदार शतक की बदौलत भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 608 रनों के असंभव लक्ष्य खड़ा किया । इसके अलावा ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा, मोहम्मद सिराज और केएल राहुल ने भी अहम भूमिका निभाई । शुभमन गिल को प्लेयर ऑफ़ द मैच घोहित किया गया ।

विश्वास फाउंडेशन ने गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर 250 पौधे वितरण किए

सिटीन्यूज़ नॉउ

पंचकूला / विश्वास फाउंडेशन ने गुरुदेव श्री स्वामी विश्वास जी के आशीर्वाद पर्यावरण की सुरक्षा हेतु एक संकल्प का आह्वान किया। गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर हम भी एक एक पौधा जरूर लगाएं। विश्वास फाउंडेशन कई वर्षों से 5000 पौधे लगाता और लगवाता चला आ रहा है। इसी श्रंखला की शुरुआत आज विश्वास मेडिटेशन सेंटर सेक्टर 9 पंचकुला में विश्वास मेडिटेशन सत्संग की साप्ताहिक बैठक में संगत को 250 पौधे वितरण करके की गई। जिसमें नीम, सहजन, आँवला, गुलमोहर, जामुन, तुलसी व कढ़ीपत्ते के पौधे संगत को बांटे गए।

आज पर्यावरण संकट के दौर से गुजर रहा है। तो इस प्रकार के संकल्प हमें दोहरी दिशा में प्रेरित करते हैं। एक और यह प्रकृति की सेवा है और दूसरी और यह अध्यात्म का अभ्यास है। यह एक ऐसा कदम है जिसमें भक्ति और कर्तव्य एक साथ चलता है। जैसे सद्गुरु हमारे जीवन के मार्गदर्शक प्रेरणास्त्रोत और आत्मिक विकास के आधार स्तम्भ होते हैं ठीक वैसे ही एक पौधा धरती को जीवन देता है। इसी भाव से प्रेरित होकर आज संकल्प करते है कि हम प्रकृति से प्रेम करेंगे उसका सम्मान करेंगे और पर्यावरण की सुरक्षा हेतु अपना धर्म निभाएंगे और गुरुपूर्णिमा के इस पावन अवसर पर एक पौधा गुरु के नाम लगाएंगे।

विश्वास फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास ने पंचकूला शहर के सभी निवासियों को अपील करते हुए कहा कि सभी एक एक पौधा अवश्य लगाएं और अपने गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करें और साथ साथ धरती माँ का भी सम्मान करें।

सूद सभा सेक्टर 44 मे 10वां रक्त दान शिविर लगाया-133 यूनिट खून एकत्र

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चंडीगढ़ / सूद सभा चंडीगढ़ की ओर से आज यहां सेक्टर 44 स्थित सूद भवन में 10वां रक्त दान शिविर लगाया गया। इंडियन डेंटल एसोसिएशन मोहाली के सहयोग से लगाए गए इस शिविर में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल सेक्टर 32 की टीम ने शिविर का संचालन किया।

शिविर का उद्घाटन श्रीमती रवनीत कौर, एच ओ डी, डिपार्टमेंट ऑफ़ ट्रांसफ्यूजन, सेक्टर 32 चंडीगढ़ तथा श्री अश्वनी सूद, अध्यक्ष, सूद सभा के द्वारा किया गया। इस मौके पर सूद बिरादरी सहित अन्य लोगों ने रक्त दान शिविर में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। शिविर के दौरान 133 यूनिट खून एकत्र किया गया।

सूद सभा चंडीगढ़ के प्रेस सचिव श्री सचिन सूद तथा मुकेश सूद ने बताया कि इसके अलावा सूद सभा ट्राइसिटी चंडीगढ़ में रह रहे सूद बिरादरी के उत्थान और उनकी समस्याओं को लेकर कार्य करती आ रही है। इसके साथ ही अन्य समाजिक कार्य भी समय-समय पर किए जाते हैं। आज मौसम खराब होने के बावजूद भी लोगों में रक्त दान करने का जोश देखने को मिला।

सूद सभा चंडीगढ़ के अध्यक्ष श्री अश्वनी सूद, जनरल सेक्रेटरी श्री सुधीर सूद और वित्त सचिव श्री खुशविंद्र सूद सहित अन्य पदाधिकारियों ने रक्त दान करने वालों का हौसला बढ़ाया और उनके इस नेक कार्य को लेकर धन्यवाद किया।

डॉ. चंद्र त्रिखा के 80वें जन्मदिवस पर- ‘सृजन के शिखर’ का लोकार्पण

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चंडीगढ़ / वरिष्ठ साहित्यकार और पत्रकार डॉ. चंद्र त्रिखा के 80वें जन्मदिवस पर पंजाब कला भवन, सेक्टर-16 में आयोजित समारोह में ‘सृजन के शिखर – डॉ. चंद्र त्रिखा : वंदन अभिनंदन’ पुस्तक का लोकार्पण हुआ।स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने मुख्य अतिथि के रूप में ग्रंथ का विमोचन किया और कहा,“डॉ. त्रिखा जैसे लेखक समाज की आत्मा को जाग्रत करते हैं और युवाओं के लिए प्रेरणा हैं।

हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की व अनूठा प्रयोग करते हुए सभी को अपने अपने फोन पर और चैट जीपीटी पर से डॉ. त्रिखा पर कविताएं रचने को कहा व उनमें से कुछ कविताओं को पढ़ा भी : प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री, डॉ. लालचंद गुप्त, आर. विमला, डॉ. स्मृति वशिष्ठ, ओंकार चौधरी, डॉ. शमीम शर्मा और डॉ. माधव कौशिक सहित कई गणमान्य वक्ताओं ने डॉ. त्रिखा के साहित्यिक योगदान को रेखांकित किया।

कार्यक्रम का संयोजन सुमेधा कटारिया और डॉ. माधव कौशिक ने किया। आयोजन में बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमियों और प्रशंसकों ने भाग लेकर इसे ऐतिहासिक बना दिया।डॉ. अर्चना कटारिया ने सभी अतिथियों का आभार जताया।

हिंदू धर्म के संरक्षण की आवश्यकता-धर्म तभी जीवित रहता है, जब उसकी पहचान अगली पीढ़ियों तक पहुँचती है- जगद्गुरु स्वामी विकास दास जी

सिटीन्यूज़ नॉउ

चंडीगढ़ / एक विशेष समारोह में श्री कालीमठ हिमाचल के पीठाधीश्वर ब्रह्मलीन स्वामी जगत गुरु पंचानन गिरि महाराज जी के परम शिष्य और हिन्दू तख्त की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित रहे ,प्रैस वार्ता करके हिंदू तख़्त की ओर से हिंदू धर्म के संरक्षण और संवर्धन की ज़िम्मेदारी प्रयागराज कुंभ के दौरान जगद्गुरु श्री श्री 1008 स्वामी विकास दास जी महाराज को सौंपी गई।

हिन्दू तख्त के धर्माधीश की जिमेवारी सर्व समत् से जगतगुरु स्वामी श्री विकास दास जी महाराज को दी गई संस्कृति पर हो रहा हमलाराष्ट्रीय प्रधान सुनीर शर्मा,राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक तिवारी ने कहा कि आज जब अधिकतर बच्चे अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, तो उनके चारों ओर एक ऐसा वातावरण बन गया है जिसमें भारतीय संस्कृति और धार्मिक मूल्यों की जगह पश्चिमी त्योहारों और परंपराओं ने ले ली है।

स्कूलों में “सांता क्लॉज़”, “ईस्टर”, “हैलोवीन” जैसी गतिविधियाँ आम हो गई हैं, लेकिन “राम”, “कृष्ण”, “हनुमान”, “दुर्गा” जैसे भारतीय आदर्श चरित्र अब गायब होते जा रहे हैं।परंपराओं से कटती नई पीढ़ीस्वामी शरभानंद भैरव ने कहा कि आज की पीढ़ी अपने दादा-दादी, नाना-नानी के साथ समय नहीं बिता पा रही, जिनसे हमें कभी लोक कथाएँ, धार्मिक परंपराएँ और देव-स्थलों का महत्व समझने को मिलता था। आज की स्थिति यह है कि बच्चों को यह भी नहीं पता कि हिमाचल या उत्तराखंड जैसे पवित्र प्रदेशों में कौन से लोकदेवता पूजे जाते हैं।

उन्होंने कहा, “हमें यह स्वीकार करना होगा कि यदि हम स्वयं अपने धर्म को प्राथमिकता नहीं देंगे, तो कोई और क्यों देगा? यह किसी के विरुद्ध कोई षड्यंत्र नहीं है, बल्कि आत्मबोध की पुकार है।”सनातन परचम लहराने का संकल्पस्वामी विकास दास जी ने श्री हिंदू तख़्त की राष्ट्रीय और क्षेत्रीय टीम से आह्वान किया कि वे पंजाब सहित देशभर में धर्मांतरण और सनातन से विमुखता के चलन पर विराम लगाने के लिए सक्रिय हों। उन्होंने दो टूक कहा की अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर सनातन धर्म का परचम और बुलंदी से लहराएं, ताकि अगली पीढ़ियों को हमारा धर्म एक गौरवशाली विरासत के रूप में प्राप्त हो।

धर्म के नाम पर लाभ उठाने वालों को चेतावनी समारोह के अंत में सुनीर शर्मा ,अशोक तिवारी,सुरेन्द्र मन्हास ,अमित शर्मा और मनीष दुबे ने धर्म के नाम पर श्री हिंदू तख़्त की पहचान का अनुचित लाभ उठाने वाले संगठनों और व्यक्तियों को चेताया। श्री हिंदू तख़्त ब्रह्मलीन जगद्गुरु पंचानंद जी महाराज की प्रेरणा से सनातन धर्म की सेवा में समर्पित है, और इसमें किसी भी प्रकार की मिलावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”इस मौक़े पर श्री पंचम चौहान राकेश दुबे अमित मिश्रा साहिल बेदी दक्ष टंडन मौजूद रहे :

वर्ल्ड पंजाबी ऑर्गेनाइज़ेशन द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से संचालित स्कूलों की गरिमा को बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी-हरमीत सिंह कालका

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सिटीन्यूज़ नॉउ

नई दिल्ली :- दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार हरमीत सिंह कालका ने आज राज्यसभा सदस्य सरदार विक्रमजीत सिंह साहनी के नेतृत्व में वर्ल्ड पंजाबी ऑर्गेनाइज़ेशन को कहा कि वे दिल्ली में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा संचालित गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूलों की बेहतरी और प्रोत्साहन के लिए अपना प्रस्ताव कमेटी के समक्ष रखें।उन्होंने बताया कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा 12 स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थाएं चलाई जाती हैं, जो पिछले कुछ वर्षों से संकट का सामना कर रही हैं।

सरदार हरमीत सिंह कालका ने कहा कि हम वर्ल्ड पंजाबी ऑर्गेनाइज़ेशन की सहायता लेने को तैयार हैं ताकि ये स्कूल अपनी पुरानी प्रतिष्ठा को पुनः प्राप्त कर सकें, क्योंकि ये दिल्ली के सिखों की शान हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि जब 2022 में हमारी कमेटी सत्ता में आई, तब हमने फंड के इस्तेमाल को पारदर्शी बनाने के लिए साहसी फैसले लिए और इन्हीं प्रयासों की बदौलत हमारी गुरुद्वारा कमेटी और स्कूलों की पुनर्स्थापना संभव हो रही है।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष कालका ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार भी स्कूलों की मदद के लिए तैयार है और हमें इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहिए। इस अवसर पर वरिष्ठ सिख नेताओं ने नौवें गुरु – गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी दिवस (जो नवंबर महीने में आने वाली है) को मनाने के संबंध में भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नगर कीर्तन, धर्म प्रचार कार्यक्रम, सर्वधर्म सम्मेलन और अंतर-धार्मिक बहसों का आयोजन करेगी।

उन्होंने आगे बताया कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एक लॉ कॉलेज शुरू करने की योजना बना रही है, जिसके लिए सक्रिय तैयारी की जा रही है। पदाधिकारियों के चुनाव में शिरोमणि अकाली दल द्वारा बहिष्कार पर बोलते हुए कालका ने कहा कि इसे बहिष्कार नहीं, बल्कि उनकी असफलता कहा जाना चाहिए, क्योंकि उनके पास 51 सदस्यों वाले जनरल हाउस में केवल 10-12 सदस्य ही हैं।