Sunday, August 10, 2025
Home Blog Page 92

एमराल्ड मार्शल आर्ट्स एकेडमी द्वारा दो दिवसीय 10वें जीटीए कप ताइक्वांडो चैम्पियनशिप आयोजित

0

चंडीगढ़ ( परमदीप सिंह / सुशील सहगल/ सिटी न्यूज़ नाउ )। एमराल्ड मार्शल आर्ट्स एकेडमी द्वारा आयोजित 10वें जीटीए कप ओपन नेशनल ताइक्वांडो चैम्पियनशिप का समापन सफलतापूर्वक हुआ। चैम्पियनशिप के दूसरे और अंतिम दिन विभिन्न आयु वर्ग के खिलाड़ियों के बीच रोमांचक मुकाबले हुए, जिसमें खिलाड़ियों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मेडल्स और ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।
चैम्पियनशिप के अंतिम दिन मुख्यातिथि के तौर पर खनौरी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स (केबीडी) के मैनेजिंग डायरेक्टर रमेश गोयल ने शिरकत की। इस दौरान उनके साथ 6 डैन ब्लैक बेल्ट मास्टर शिव राज घर्ति और 3 डैन ब्लैक बेल्ट कविता राय भी उपस्थित थी, जिन्होंने विजेता खिलाड़ियों को गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल पहनाकर सम्मानित किया। इसके अलावा, चैम्पियनशिप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीम को ओवरऑल ट्रॉफी से नवाजा गया। साथ ही, इस अवसर पर कोचेस, रेफरी, वालंटियर्स और इवेंट स्पॉन्सर खनौरी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स (केबीडी) को भी सम्मानित किया गया। चैंपियनशिप के आयोजक व एमराल्ड मार्शल आर्ट्स एकेडमी के डायरेक्टर मास्टर शिव राज घर्ति ने इस अवसर पर कहा कि इस चैम्पियनशिप में खिलाड़ियों ने अनुशासन, समर्पण और खेल भावना का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। हमारा लक्ष्य है कि अधिक से अधिक युवा इस खेल से जुड़ें और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन करें। चैंपियनशिप की आयोजक व एमराल्ड मार्शल आर्ट्स एकेडमी के डायरेक्टर तीसरी डैन ब्लैक बेल्ट कविता राय ने कहा कि ताइक्वांडो सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है। यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी खिलाड़ियों को मजबूत बनाता है। हमें गर्व है कि इस प्रतियोगिता ने युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक शानदार अवसर दिया।

प्रोसाइट आई हॉस्पिटल ने आंखों के देखभाल के लिए उन्नत एआई, रोबोटिक्स और स्मार्ट लेज़र्स की पेशकश की

चंडीगढ़ ( सुशील सहगल/ परमदीप सिंह/ सिटी न्यूज़ नाउ )। प्रोसाइट आई हॉस्पिटल, जो अत्याधुनिक तकनीकों जैसे , रोबोटिक्स और स्मार्ट लेज़र्स में अग्रणी है, का रविवार सेक्टर 43, चंडीगढ़ में भव्य उद्घाटन किया गया। प्रोसाइट आई हॉस्पिटल, चंडीगढ़ एक आधुनिक और उन्नत नेत्र अस्पताल है, जहां आर्टिफिशल इंटेलीजेंस बुद्धिमत्ता (एआई), रोबोटिक्स, स्मार्ट लेज़र्स और सटीक डायग्नोस्टिक्स का उपयोग करके विश्वस्तरीय उपचार दिए जाते हैं। यह अस्पताल मरीजों को केंद्र में रखकर बनाया गया है, जहां सटीक जांच, आरामदायक माहौल और नवीनतम तकनीकों को प्राथमिकता दी जाती है। इसी कारण यह अस्पताल क्षेत्र में नेत्र देखभाल के लिए सबसे उन्नत केंद्र बन गया है।
प्रसिद्ध परोपकारी एवं शरबत दा भला ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. एसपीएस ओबेरॉय मुख्य अतिथि थे, जबकि प्रमुख समाजसेवी, सुधारक एवं शिक्षाविद डॉ. (कर्नल) राजिंदर सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे । फ्यूजन केयर आई हॉस्पिटल (प्रोसाइट आई हॉस्पिटल चंडीगढ़ की पैरेंट बॉडी) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, जो इस अवसर पर उपस्थित थे, उनमें डॉ. कशिश गुप्ता, डॉ. मनप्रीत सिंह और डॉ. संजीव दुग्गल शामिल थे। प्रोसाइट आई हॉस्पिटल चंडीगढ़ की मेडिकल डायरेक्टर और चीफ सर्जन डॉ. शीतल बराड़ ने कहा कि अस्पताल वैश्विक शोध पर आधारित नेत्र उपचार प्रदान करेगा, जो प्रत्येक मरीज की दृष्टि आवश्यकताओं के अनुरूप होगा। यह उपचार प्रमाणित शोध और क्लिनिकल ट्रायल्स पर आधारित होगा। डॉ. शीतल ने कहा कि रोबोटिक-असिस्टेड सर्जरी में एफएलएसीएस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे मोतियाबिंद की सटीक सर्जरी और आईओएल इम्प्लांट में सुधार होगा।

पीएनबी होम लोन और सूर्य होम लोन एक्सपो के दूसरे दिन का उद्घाटन एडीसी डी सोनम चौधरी ने किया

0

मोहाली (सुशील सहगल/ परमदीप सिंह)। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) द्वारा मोहाली के सेक्टर 78 स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित हुए दो दिवसीय “पीएनबी होम लोन और सूर्य होम लोन एक्सपो 2025 का समापन हो गया। एक्सपो के दूसरे दिन का उद्घाटन मोहाली की एडीसी डी मोहाली सोनम चौधरी ने किया। नितील पांड्या, पीएनबी जनरल मैनेजर ने भी विशेष रूप से इस एक्सपो में शिरकत की। नितील पांड्या, पीएनबी जनरल मैनेजर ने कहा कि यह एक्सपो “सूर्य घर योजना” के तहत घर बनाने या छतों पर सोलर एनर्जी प्लांट लगाने के लिए ऋण लेना चाहते हैं उन ग्राहकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित हो रहा है। पीएनबी द्वारा 8.40 प्रतिशत की आकर्षक ब्याज दर पर हाउसिंग लोन और 7% की ब्याज दर पर सूर्य घर योजना लोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पीएनबी के डिप्टी सर्कल हेड संजीत कुमार कौंडल ने बताया कि एक्सपो के दौरान तेजी से ऋण स्वीकृति, विशेष ऑफ़र और छूट भी प्रदान की गई। ग्राहकों को ट्राइसिटी के रियल एस्टेट विशेषज्ञों और बैंक अधिकारियों से सीधा परामर्श करने का अवसर मिला। एलडीएम एमके भारद्वाज ने बताया कि पीएनबी दिल्ली मुख्यालय से नितील पांड्या, पीएनबी जनरल मैनेजर विशेष रूप से उपस्थित रहे। पीएनबी टीम ने मौके पर ही ऋण प्रक्रिया पूरी करने में मदद की। नितील पांड्या, पीएनबी जनरल मैनेजर ने योग्य ग्राहकों को तत्काल ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किए। कुल 353 लीड्स, जिनकी अनुमानित राशि 151.14 करोड़ रुपये से अधिक है। 18.90 करोड़ रुपये राशि के 16 मामलों को तत्काल स्वीकृति। सूर्य घर योजना के लिए 149 लीड्स, जिनकी अनुमानित राशि 5.01 करोड़ रुपये है। एसएसएस योजनाओं के तहत 205 ग्राहकों का पंजीकरण पूरा। एडीसी डी मोहाली सोनम चौधरी ने पीएनबी टीम, जिला प्रशासन, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स प्रशासन और सभी स्टॉल पार्टनर्स का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि पीएनबी द्वारा वित्तीय समावेशन और संस्थागत वित्त को बढ़ावा देने के लिए यह एक्सपो एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने आम जनता से आह्वान किया कि वे पीएनबी की विशेष ऋण योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।

सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी को साईं दरबार मनीमाजरा ने किया सम्मानित

0

चंडीगढ़ (सुशील सहगल/ परमदीप सिंह) । चंडीगढ़ नगर निगम के पूर्व मेयर और गुरु चरणदास काला साईं ने सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर बंटी को दरबार में सम्मानित किया और शहर में विकास के लिए प्रेरित किया। उनकी पत्नी निर्मला देवी पार्षद ने मनीमाजरा एरिया में आ रही समस्याओं को सुलझाने के लिए कमिश्नर अमित कुमार से बात करने कीअपील की। उन्होंने मनीमाजरा एरिया में पानी के कनेक्शन अन्य कई मुद्दों पर चर्चा की। सीनियर डिप्टी मेयर जसवीर सिंह बंटी ने उनको आश्वासन दिया कि वह कमिश्नर के साथ मीटिंग कर सभी समस्याओं का हल पहल के आधार पर करवाएंगे।

गवर्नमेंट कॉलेज सेक्टर 11 ने सेक्टर 25 गवर्नमेंट स्कूल में सामाजिक आउटरीच कार्यक्रम के तहत किया विजिट

0

चंडीगढ़ (सुशील सहगल/ परमदीप सिंह) । सरकारी स्नातकोत्तर कॉलेज सेक्टर 11 चंडीगढ़ के स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएट) और स्नातक (ग्रेजुएट) छात्रों ने सामाजिक आउटरीच कार्यक्रम के तहत गवर्नमेंट हाई स्कूल सेक्टर 25 चंडीगढ़ का दौरा किया। स्कूल के छात्रों ने खेल, प्रश्नोत्तरी और प्रयोगों के माध्यम से विभिन्न वैज्ञानिक घटनाओं को दिखाया । उन्होंने स्नातक छात्रों के साथ विज्ञान के विषय पर बातचीत की और उनके प्रश्नों पर चर्चा भी की । छोटे बच्चों ने इस आयोजित कार्यक्रम का आनंद लिया और विज्ञान से संबंधित विभिन्न प्रश्न पूछे।

संजीव ने छात्रों के साथ बातचीत करने और स्कूल के छात्रों में वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने का अवसर प्रदान करने के लिए प्रधानाध्यापक राजिंदर सिंह को धन्यवाद दिया और इस अवसर को प्रदान करने के लिए कॉलेज के प्रिंसिपल और एचओडी रसायन विज्ञान के प्रति भी आभार व्यक्त किया। कॉलेज संकाय के अन्य सदस्य डॉ. भावना, डॉ मोनिका, अंकिता. चंदर भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

श्री श्याम करुणा फाउंडेशन ने आयोजित किया 151वां अन्न भंडारा

0

पंचकूला (सुशील सहगल/परमदीप सिंह) । समाज सेवा के प्रति अपने अटूट संकल्प को आगे बढ़ाते हुए श्री श्याम करुणा फाउंडेशन ने फेज-1, औद्योगिक क्षेत्र, पंचकूला में 151वां अन्न भंडारा सफलतापूर्वक आयोजित किया। इस आयोजन के दौरान, सैकड़ों जरूरतमंद लोगों को प्रेम और सेवा भाव से भोजन वितरित किया गया। फाउंडेशन के संस्थापक एवं समाजसेवी अमिताभ रुंगटा ने इस अवसर पर कहा कि सेवा ही सच्चा धर्म है, और जरूरतमंदों की सहायता करना ही जीवन का सर्वोच्च उद्देश्य होना चाहिए। हमारा प्रयास केवल भोजन वितरित करना नहीं है, बल्कि समाज में करुणा, समानता और प्रेम की भावना को मजबूत करना है। इस अवसर पर फाउंडेशन के प्रमुख सदस्य अनुपमा रुंगटा, चैतन्य रुंगटा, प्रगति, सुखपाल सिंह, और सुरेश जांगड़ा ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने न सिर्फ भोजन वितरण में सहयोग किया, बल्कि पूरे आयोजन को सुचारू रूप से संपन्न कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। फाउंडेशन के इस प्रयास को स्थानीय लोगों ने खूब सराहा।

दो दिवसीय 10वां जीटीए कप ओपन नेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप का भव्य आयोजन

0

चंडीगढ़ (सुशील सहगल/ परमदीप सिंह)। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, सेक्टर-56, चंडीगढ़ में एमराल्ड मार्शल आर्ट्स एकेडमी द्वारा दो दिवसीय 10वां जीटीए कप ओपन नेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। इस चैंपियनशिप का नेतृत्व 6वीं डैन ब्लैक बेल्ट मास्टर शिव राज घर्ति और तीसरी डैन ब्लैक बेल्ट कविता राय ने किया। पहले दिन खिलाड़ियों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया तथा शानदार प्रदर्शन किया। जिसके उपरांत खिलाड़ियों को मेडल्स देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में मशहूर पंजाबी सिंगर जोशनूर बराड़ ने शिरकत की तथा खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया। इस चैंपियनशिप में 3 से 25 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। चैंपियनशिप को चार प्रमुख श्रेणियों में आयोजित किया गया, जिसमें क्योरूगी (फाइटिंग), पूमसे (फॉर्म्स), गियोकप्पा (ब्रेकिंग) और स्पीड किकिंग शामिल हैं।

विभिन्न राज्यों से आए प्रतिभागियों ने अपने उत्कृष्ट कौशल का प्रदर्शन किया और कई खिलाड़ियों ने पदक जीतकर अपनी प्रतिभा साबित की। प्रतियोगिता में ट्राइसिटी से 800 से अधिक खिलाड़ी और देश के 10 राज्यों से 200 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए। इसके अलावा, ट्राइसिटी के 43 स्कूलों और अन्य राज्यों के 28 स्कूलों के छात्रों ने भी भाग लिया। प्रतियोगिता के अंतिम दिन टैग टीम इवेंट का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विजेता टीम को 21,000 की नकद राशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी।
एमराल्ड मार्शल आर्ट्स एकेडमी के डायरेक्टर्स मास्टर शिव राज घर्ति और कविता राय घर्ति ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य ताइक्वांडो खिलाड़ियों को एक मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें और प्रेरणा व गर्व का अनुभव कर सकें।

माइग्रेटरी बर्ड वॉचिंग वीक संपन्न, ‘धन्यवाद’ ग्रीटिंग कार्ड के साथ स्टूडेंट्स पहुंचे बर्ड पार्क और सुखना वेटलैंड

0

चंडीगढ़ (सुशील सहगल/ परमदीप सिंह)। शहर की स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता और चंडीगढ़ प्रशासन के पर्यावरण विभाग की ओर से आयोजित सप्ताह भर के माइग्रेटरी बर्ड्स वॉचिंग विजिट का शनिवार को समापन हुआ। इस दौरान न्यू पब्लिक स्कूल, डीएवी मॉडल स्कूल, सेक्टर 15 ए और किताबघर, सेक्टर 26 के 150 छात्रों ने बटरफ्लाई गार्डन, बर्ड पार्क और सुखना वाइल्डलाइफ सेंक्चयुरी में तैनात कर्मचारियों को ‘धन्यवाद’ ग्रीटिंग कार्ड भेंट किए। चंडीगढ़ प्रशासन के पर्यावरण विभाग के मुख्य वन संरक्षक एवं निदेशक सौरभ कुमार इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे। इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों में युवसत्ता के संस्थापक प्रमोद शर्मा और पर्यावरणविद् कुलभूषण कंवर शामिल थे।
इस पहल की सराहना करते हुए सौरभ कुमार ने कहा कि चंडीगढ़ में हमें सुखना लेक के रूप में एक घोषित वेटलैंड प्राप्त है और उनका विभाग लेक को संरक्षित करने और इसकी इकोलॉजी और बायोडायवर्सिटी को संरक्षित करने में मदद करने की पूरी कोशिश कर रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि सुंदर ‘धन्यवाद’ ग्रीटिंग कार्ड, जो आज प्रतिभागी छात्रों ने कर्मचारियों को भेंट किए, बच्चों में उन लोगों के प्रति कृतज्ञता की भावना पैदा करते हैं जो इतनी ईमानदारी से हमारी सेवा करते हैं, विशेष रूप से हमारे आसपास के पक्षियों, तितलियों और जंगली जानवरों की देखभाल करते हैं। और हमें यकीन है कि ऐसी पहलों में भाग लेने से युवा इकोलॉजी, प्रकृति और पर्यावरण के साथ सामंजस्य में रहने के महत्व को स्पष्ट रूप से समझेंगे। सौरभ कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे पर्यावरण के अनुकूल सोचें, कार्य करें और पर्यावरण के अनुकूल रहें, तथा सरल जीवनशैली अपनाएं, जिससे न तो पर्यावरण को नुकसान पहुंचे और न ही धरती माता पर कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़े। महात्मा गांधी को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि ‘पृथ्वी हर किसी की जरूरत पूरी कर सकती है, लेकिन किसी के लालच को नहीं’। युवा विद्यार्थियों को पर्यावरण अनुकूल, टिकाऊ जीवनशैली को प्रेरित करते हुए ‘अंबैसडर्स आफ चेंज’ बनना चाहिए। इस अवसर पर कुलभूषण कंवर और प्रमोद शर्मा ने ‘ग्रीन इको क्विज’ का भी आयोजन किया, जिसके विजेताओं को बाद में मुख्य अतिथि सौरभ कुमार ने महात्मा गांधी की पुस्तकें देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर भाग लेने वाले छात्रों ने अनेक माइग्रेटरी बर्ड्स को भी देखा, जिनमें कॉमन पोचर्ड, रूडी शेल्डक, कॉमन कूट, ग्रेटर कॉर्मोरेंट, पर्पल हेरोन, ओरिएंटल पाइड हॉर्नबिल, पिंटेल, पर्पल मूरहेन, टार्टर आदि शामिल हैं।

डीएवी कॉलेज ने आयोजित किया “रंगोत्सव”, विभिन्न राज्यों के स्टूडेंट्स ने पेश किये सांस्कृतिक कार्यक्रम

0

चंडीगढ़ (सिटी न्यूज़)। सेक्टर 10 स्थित डीएवी कॉलेज के हिस्ट्री डिपार्टमेंट द्वारा “रंगोत्सव” का आयोजन कॉलेज परिसर में किया गया। यह कार्यक्रम भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जीवंत उत्सव था जिसमें स्टूडेंट्स और कॉलेज फैकल्टी ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर प्रिंसिपल प्रो. ज्योतिर्मय खत्री और डिपार्टमेंट की हेड प्रो अनु जैन भी उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण विभिन्न राज्यों की पारंपरिक लोक नृत्य प्रेजेंटेशन रहीं, जिसमें पश्चिम बंगाल, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मणिपुर, उत्तराखंड और राजस्थान की सांस्कृतिक छटा देखने को मिले। इसके अलावा, पंजाब, मिजोरम, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख के लोकगीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्टूडेंट्स ने सांस्कृतिक विविधता को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए जानकारियों से भरपूर पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन पेश की जिससे भारत की परंपराओं को समझने का एक अनूठा अवसर मिला। इस अवसर पर प्रधानाचार्य प्रो. ज्योतिर्मय खत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि रंगोत्सव भारत की सांस्कृतिक विविधता का एक सुंदर प्रतिबिंब है, जहां छात्र न केवल परंपराओं का जश्न मनाते हैं बल्कि अपनी साझा विरासत को भी गहराई से समझते हैं। डिपार्टमेंट की हेड प्रो अनु जैन ने कहा की यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि इतिहास और संस्कृति केवल अध्ययन का विषय नहीं हैं, बल्कि इन्हें कलात्मक अभिव्यक्तियों के माध्यम से जीवंत किया जा सकता है।

बिना साधना और अनुशासन के संगीत सीखने की प्रवृत्ति चिंताजनक

0

चंडीगढ़ (सिटी न्यूज़)। आज के दौर में सीखने का ‘फास्ट-फूड’ तरीका लोकप्रिय होता जा रहा है, जहां लोग बिना गहराई से समझे जल्द परिणाम चाहते हैं। संगीत—चाहे भारतीय हो या पश्चिमी—हमेशा अनुशासन, धैर्य और समर्पण पर आधारित रहा है, लेकिन आधुनिक तकनीक और घटती एकाग्रता के कारण इसकी गहराई कहीं खोती जा रही है। यह विचार प्रख्यात शास्त्रीय संगीत गायक एवं गंधर्व महाविद्यालय, पंचकूला के डायरेक्टर तथा पंजाब यूनिवर्सिटी के म्यूजिक डिपार्टमेंट के पूर्व चेयरमैन प्रोफेसर अरविंद शर्मा ने चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी द्वारा आयोजित लेक्चर-कम-डेमोंस्ट्रेशन सीरीज में देव समाज कॉलेज फ़ॉर वीमेन, सेक्टर 45 में शिक्षकों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि संगीत सीखना केवल सुर और ताल को समझने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी सोच, धैर्य और दृष्टिकोण को भी विकसित करता है। लेकिन वर्तमान में संगीत को ‘शॉर्टकट’ तरीके से सिखाने और सीखने की प्रवृत्ति बढ़ गई है। लोग बिना गहरी साधना के जल्द से जल्द कुछ गाने या बजाने योग्य हो जाना चाहते हैं, जिससे संगीत की आत्मा—अनुशासन और साधना—नज़रअंदाज़ हो रही है।

प्रो. शर्मा का मानना है कि पारंपरिक संगीत को बचाने के लिए शिक्षा और जागरूकता सबसे आवश्यक पहलू हैं। स्कूलों और कॉलेजों में इसे बढ़ावा देने से युवा पीढ़ी इसमें रुचि ले सकती है। डिजिटल प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया का सही उपयोग करके लोक और शास्त्रीय संगीत को नए जमाने के अनुसार प्रस्तुत किया जाना चाहिए, ताकि यह अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे। फ्यूजन म्यूजिक भी एक प्रभावी तरीका हो सकता है, जिसमें पारंपरिक और आधुनिक संगीत का मेल युवाओं को आकर्षित कर सकता है। इसके साथ ही, सरकार और सांस्कृतिक संगठनों को लोक कलाकारों, गुरुओं और संगीतकारों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त करना होगा। समाज को भी यह समझना होगा कि आधुनिकता का अर्थ अपनी जड़ों को भूल जाना नहीं है। डिजिटल प्रचार और गर्व की भावना जाग्रत करने से पारंपरिक संगीत को संरक्षित किया जा सकता है। जब तक हम अपनी कला को गर्व से नहीं अपनाएंगे, तब तक नई पीढ़ी इसे महत्व नहीं देगी। फिल्म और म्यूजिक इंडस्ट्री को भी इस दिशा में योगदान देना होगा।