सिटीन्यूज़ नॉउ
ऋषिकेश / भारत सरकार के विद्युत क्षेत्र के प्रमुख सार्वजनिक उपक्रम, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए, अपने मानव संसाधन विकास केंद्र, ऋषिकेश को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में प्रतिष्ठित एसएचआरएम इंडिया (सोसाइटी फॉर ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट) द्वारा प्रमाणित कर लिया है। यह गौरवपूर्ण मान्यता, टीएचडीसीआईएल के एचआरडी केंद्र को सार्वजनिक क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण संस्थानों की पंक्ति में शामिल करती है, जिसमें आईओसीएल एवं एचपीसीएल जैसे प्रमुख उपक्रम भी हैं।
टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री आर. के. विश्नोई ने इस उपलब्धि पर एचआर टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान कंपनी की प्रतिभा विकास एवं उत्कृष्ट कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने की निरंतर प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह मान्यता भविष्य के लिए तैयार, प्रशिक्षित कर्मचारी विकसित करने की हमारी दूरदर्शिता को रेखांकित करती है। श्री विश्नोई ने आगे कहा कि एसएचआरएम-पीएसई बेंचमार्किंग पहल के अंतर्गत प्राप्त यह प्रमाणपत्र टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के लिए अत्यंत गौरव का विषय है।
यह केंद्र, सार्वजनिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रशिक्षण संस्थानों की अग्रिम पंक्ति में स्थान प्राप्त कर चुका है, जो वैश्विक मानकों पर आधारित शिक्षण प्रणालियों और कर्मचारी-हितैषी प्रक्रियाओं को अपनाने की हमारी रणनीति को सशक्त बनाता है।उन्होंने बताया कि इस मान्यता के लिए अंतरराष्ट्रीय मापदंडों पर आधारित विस्तृत मूल्यांकन प्रक्रिया के अंतर्गत, कंपनी की नीतियों की समीक्षा, प्रशिक्षण प्रतिक्रिया, एसओपी, सुरक्षा प्रोटोकॉल, उपस्थिति ऑडिट के साथ-साथ अधोसंरचना निरीक्षण और नेतृत्व, संकाय व कर्मचारियों से गहन संवाद सम्मिलित थे।
यह मील का पत्थर टीएचडीसीआईएल की संगठन के सभी स्तरों पर क्षमता विकास, उत्कृष्टता और राष्ट्र की “विकसित भारत 2047” की परिकल्पना में योगदान की संकल्पबद्धता को दर्शाता है।टीएचडीसीआईएल के निदेशक (कार्मिक) श्री शैलेन्द्र सिंह ने इस विशिष्ट उपलब्धि पर हार्दिक बधाई देते हुए, कंपनी द्वारा निरंतर अधिगम और व्यावसायिक विकास पर केंद्रित दृष्टिकोण को दोहराया। उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार मानव पूंजी विकास के क्षेत्र में टीएचडीसीआईएल की अग्रणी यात्रा का एक और स्वर्णिम अध्याय है।
उन्होंने कहा कि कठोर अंतरराष्ट्रीय मूल्यांकन मानदंडों के अनुरूप एचआरडी केंद्र को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में प्राप्त मान्यता, वैश्विक स्तर की प्रशिक्षण, डिजिटल क्षमता एवं व्यावसायिक लक्ष्यों के साथ रणनीतिक समन्वय में हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।श्री सिंह ने कहा कि टीएचडीसीआईएल के लिए मानव संसाधन केवल नीतियों और प्रक्रियाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों के बारे में है।
हमारी सोच सदैव कर्मचारी केंद्रित रही है — जिसमें प्रतिभा पोषण, समावेशिता, सतत अधिगम और ऐसा वातावरण तैयार करना शामिल है जहां प्रत्येक व्यक्ति फलता-फूलता है और संगठन की प्रगति में सक्रिय योगदान देता है।उन्होंने यह भी कहा कि हमारा एचआरडी केंद्र केवल प्रशिक्षण केंद्र नहीं, बल्कि रणनीतिक परिवर्तन का संवाहक है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस केंद्र ने लगभग ₹90 लाख का प्रशिक्षण राजस्व अर्जित किया, जो इसे व्यावसायिक विकास के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में स्थापित करता है।टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड अब कई महत्वपूर्ण सुधारों और भविष्य-दृष्टि पहल के साथ नए कीर्तिमान स्थापित करने की ओर अग्रसर है और आने वाले वर्ष में ₹2 करोड़ प्रशिक्षण राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है।